Gold-Silver Rate: एक हफ्ते में सोना हुआ इतना महंगा, चांंदी ने भी पकड़ी रफ्तार, जानिए आज का लेटेस्ट रेट
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 11:14 AM (IST)

नेशनल डेस्क: पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। एक हफ्ते के भीतर सोने का भाव लगभग 330 रुपये बढ़ गया है और बाजार में सोना एक लाख रुपये के स्तर को दोबारा पार कर गया है। इस साल 23 अप्रैल को भी सोना पहली बार इस ऐतिहासिक कीमत तक पहुंचा था। सोने की इस तेजी ने निवेशकों और आम लोगों दोनों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। चांदी की कीमतों में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है जिससे बाजार में उसकी मांग बढ़ती दिख रही है।
शहरों में सोने-चांदी के ताजा दाम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 1,00,190 रुपये में बिक रहा है जबकि 22 कैरेट सोने का भाव 91,850 रुपये प्रति 10 ग्राम है। चेन्नई, कोलकाता और मुंबई में 22 कैरेट सोने की कीमत 91,700 रुपये और 24 कैरेट सोना 1,00,040 रुपये प्रति 10 ग्राम है। जयपुर, चंडीगढ़ और लखनऊ में 24 कैरेट सोना 1,00,190 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 91,850 रुपये के भाव से बिक रहा है। अहमदाबाद और भोपाल में 24 कैरेट सोना 1,00,090 रुपये और 22 कैरेट 91,750 रुपये प्रति 10 ग्राम है। हैदराबाद में 24 कैरेट सोना 1,00,040 रुपये और 22 कैरेट सोना 91,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार हो रहा है।
कैसे तय होती है सोने और चांदी की कीमत?
सोने और चांदी की कीमत रोजाना बदलती रहती है और इसे तय करने में कई महत्वपूर्ण फैक्टर्स काम करते हैं। इनमें विदेशी मुद्रा विनिमय दर, डॉलर की कीमतों में उतार-चढ़ाव, सीमा शुल्क, अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति और वैश्विक आर्थिक हालात शामिल हैं। जब वैश्विक बाजार में अनिश्चितता होती है तो निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की ओर रुख करते हैं जिससे इसकी कीमत बढ़ जाती है। इसी तरह जब डॉलर की कीमत मजबूत होती है, तो भारतीय बाजार में सोने की कीमत पर असर पड़ता है। इसके अलावा भारत में त्योहारों और शादी-विवाह के मौसम में सोने की मांग बढ़ती है जो कीमतों को प्रभावित करती है।
सोना-चांदी का सामाजिक और आर्थिक महत्व
भारत में सोने और चांदी का गहरा सामाजिक और आर्थिक महत्व है। यह न केवल निवेश का जरिया है बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भी सोने को शुभ माना जाता है। शादी, त्योहार, जन्मदिन जैसे खास मौके पर सोने की चूड़ियां, गहने और सिक्के खरीदे जाते हैं। परिवार की संपन्नता और आर्थिक स्थिति का प्रतीक भी माना जाता है। इतिहास में देखा गया है कि सोना महंगाई की तुलना में बेहतर रिटर्न देता है, इसलिए आम लोग इसे सुरक्षित निवेश के तौर पर चुनते हैं।
आगे क्या हो सकते हैं भाव?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां स्थिर रहती हैं तो सोने और चांदी की कीमतें स्थिर रह सकती हैं, लेकिन किसी भी अनिश्चितता या राजनीतिक तनाव से इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। निवेशकों को चाहिए कि वे सही समय पर निवेश करें और बाजार की स्थिति पर नजर रखें।