Gen-Z Protest Updates: प्रदर्शनकारियों ने नेपाली मीडिया ऑफिस फूंका, नक्खू जेल से1500 कैदी फरार! नेपाल दूतावास की सुरक्षा बढ़ाई
punjabkesari.in Tuesday, Sep 09, 2025 - 08:34 PM (IST)

Kathmandu: बीते 2 दिनों से जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच भारत में नेपाल दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली में नेपाल का दूतावास बाराखंभा रोड पर स्थित है।नेपाल में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे Gen-Z युवाओं ने एक लेटर जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि सरकार को घुटनों पर ला दिया गया है। हम अब प्रदर्शनकारियों से शांत रहने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील करते हैं। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने नेपाली समाचार पत्र कांतिपुर के ऑफिस में आग लगा दी।
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के चेयरमैन रबि लामिछाने की रिहाई के बाद ललितपुर के नक्खू जेल से सभी कैदी बाहर निकल गए। इस जेल में लगभग 1500 कैदी बंद थे।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लामिछाने की रिहाई के बाद पुलिस ने यहां से अपनी सुरक्षा चौकियों से हटने का फैसला किया, जिससे कैदियों को निकलने का मौका मिला गया। इससे इलाके में सुरक्षा खतरे की चिंता बढ़ गई है। अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं। इतने सारे कैदियों के बाहर आने से जनता की सुरक्षा को बड़ा खतरा हो सकता है।
नेपाल के कई हिस्सों में मंगलवार को छात्रों के नेतृत्व में नए सिरे से सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए। आज प्रदर्शनकारी संसद भवन में घुस गए और आगजनी की। प्रदर्शनकारियों ने कल गृहमंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले रमेश लेखक और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग व पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, शेर बहादुर देउबा, के घर आगजनी भी की थी। हिंसक प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री ओली ने इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय और अटॉर्नी जनरल के ऑफिस के अलावा राष्ट्रपति के घर में तोड़फोड़ की।
काठमांडू के कलंकी और बानेश्वर के साथ-साथ ललितपुर जिले के चापागांव-थेचो इलाके से भी प्रदर्शनों की खबरें आईं। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक रूप से एकत्र होने पर लगे प्रतिबंधों की अवहेलना करते हुए ‘‘छात्रों को मत मारो'' जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कलंकी में प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए टायर जलाए। प्रदर्शनकारियों ने ‘‘केपी चोर, देश छोड़'' और ‘‘भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो'' जैसे नारे लगाए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रदर्शनकारी युवकों ने ललितपुर जिले के सुनाकोठी स्थित संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास पर भी पथराव किया। गुरुंग ने सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था। प्रदर्शनकारियों ने ललितपुर के खुमलतार स्थित पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड' के आवास पर तोड़फोड़ की। उन्होंने काठमांडू के बुद्धनीलकंठ में पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के घर के सामने भी प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया है। काठमांडू जिला प्रशासन कार्यालय ने राजधानी शहर में सुबह साढ़े आठ बजे से अगली सूचना तक कर्फ्यू की घोषणा की।
भक्तपुर जिला प्रशासन ने भी मध्यपुर थिमी, सूर्यबिनायक, चंगुनारायण और भक्तपुर नगर पालिकाओं में सुबह साढ़े आठ बजे से अगली सूचना तक प्रतिबंध लगा दिए। ललितपुर के भैसपति, सनेपा और च्यासल सहित कई क्षेत्रों में सुबह नौ बजे से मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लागू है। सोशल मीडिया साइटों पर सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ युवाओं द्वारा सोमवार को नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें पुलिस के बल प्रयोग के कारण कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी और 300 से अधिक घायल हो गए। हालात बिगड़ने के बाद राजधानी में नेपाली सेना तैनात कर दी गई। सेना के जवानों ने न्यू बानेश्वर स्थित संसद परिसर के आसपास की सड़कों पर नियंत्रण कर लिया। बाद में गृह मंत्री रमेश लेखक ने इस स्थिति को लेकर इस्तीफा दे दिया।