बॉंडी बीच हमले पर बाप-बेटे को लेकर नए Shocking खुलासे ! पूरी टाइमलाइन आई सामने, फिलीपींस-ऑस्ट्रेलिया सुरक्षा तंत्र पर उठे सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Dec 16, 2025 - 05:45 PM (IST)

International Desk: बोंडी बीच शूटिंग के आरोपी साजिद अकरम और उसके बेटे नावेद जो पाकिस्तानी बताए जा रहे हैं,ने कथित तौर पर फिलीपींस के मिंडानाओ में एक महीना बिताया, जहां ISIS समर्थित समूह सक्रिय हैं। फिलीपींस ने कोई रेड फ्लैग नहीं बताया। अब ऑस्ट्रेलिया जांच कर रहा है कि वहां उन्होंने क्या किया और किनसे मिले। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बोंडी बीच में हुए भीषण गोलीकांड को लेकर चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। जांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार, हमले के आरोपी साजिद अकरम (50) और उसका बेटा नावेद अकरम (24) घटना से कुछ सप्ताह पहले फिलीपींस के दक्षिणी द्वीप मिंडानाओ में एक महीने तक रुके थे यह वही इलाका है जहां इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े आतंकी समूह सक्रिय रहे हैं।

 

🚨🇦🇺🇵🇭 BONDI BEACH ATTACKERS TRAVELED TO SOUTHERN PHILIPPINES WEEKS BEFORE MASSACRE: AUTHORITIES INVESTIGATING WHY

Australian and Philippine authorities are investigating a trip the Bondi Beach gunmen made to the Philippines just weeks before Sunday's terror attack.

NSW Police… https://t.co/w23HMf0aaq pic.twitter.com/tf5q5VmpKZ

— Mario Nawfal (@MarioNawfal) December 16, 2025

 

यात्रा की पूरी टाइमलाइन  

  • 1 नवंबर: दोनों सिडनी से मनीला पहुंचे। 
  • फाइनल डेस्टिनेशन: दावाओ, मिंडानाओ
  • 28 नवंबर: मनीला के रास्ते सिडनी वापसी
  • दो हफ्ते बाद: बोंडी बीच में हमला, जिसमें 16 लोगों की मौत हुई
  • पुलिस को हमलावरों की कार से ISIS के झंडे भी मिले थे।

 

फिलीपींस से कोई रेड फ्लैग नहीं
फिलीपींस इमिग्रेशन ब्यूरो की प्रवक्ता डाना सैंडोवल ने कहा कि दोनों व्यक्तियों के खिलाफ कोई आपत्तिजनक या आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। वहीं राष्ट्रपति कार्यालय की अंडरसेक्रेटरी क्लेयर कास्त्रो ने मंगलवार को कहा,“ऐसी कोई पुष्ट जानकारी नहीं है जिससे लगे कि उनकी यात्रा किसी सुरक्षा खतरे से जुड़ी थी।”उस समय साजिद के पास भारतीय पासपोर्ट (वीजा-फ्री एंट्री) और नावेद के पास ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट था। दोनों बिना किसी रोक-टोक के फिलीपींस आए-जाए। मिंडानाओ वह क्षेत्र है जहां 2017 में ISIS समर्थित आतंकियों ने मरावी शहर पर कब्जे की कोशिश की थी । पांच महीने चले संघर्ष में 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे। ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों का मानना है कि दोनों आरोपियों को वहां “सैन्य-शैली का प्रशिक्षण” मिला हो सकता है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी जांच के अधीन है।

 

कहां चूका सिस्टम?
NSW पुलिस कमिश्नर के अनुसार, अब यह जांच हो रही है कि उन्होंने वहां क्या किया, किन लोगों से मुलाकात की और क्या किसी आतंकी नेटवर्क से संपर्क था। ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस के बीच समन्वय जारी है, जबकि भारत ने कहा है कि उसे साजिद के पासपोर्ट या यात्रा को लेकर ऑस्ट्रेलिया से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।

 

आतंक का नया पैटर्न?
सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, ISIS अब सीधे इलाकों पर कब्जा करने के बजाय ऑनलाइन कट्टरपंथ, क्षेत्रीय ट्रेनिंग कैंप, और फिर हमलावरों को उनके देशों में वापस भेजने की रणनीति अपना रहा है। सूत्रों के मुताबिक, नावेद अकरम को 2019 में सिडनी के एक कथित ISIS सेल से जुड़े संदेह में जांचा गया था, लेकिन तब उसे “कोई खतरा नहीं” मानकर छोड़ दिया गया। इस पूरे मामले ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा जांच, वॉचलिस्ट और एयरपोर्ट स्क्रीनिंग सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

 


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Content Writer

Tanuja

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