अंतरराष्ट्रीय मंड़ियों की तरह बनेगी गन्नौर मंडी

punjabkesari.in Friday, Feb 24, 2023 - 08:34 PM (IST)

चंडीगढ़, 24 फरवरी –  (अर्चना सेठी) हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि फ्रांस, हालैड जैसे देशों में स्थापित दुनिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय मंडियों की तर्ज पर हरियाणा के गन्नौर में अंतरराष्ट्रीय सब्जी मंडी स्थापित की जाएगी। इसके लिए जल्द ही टैंडर अलॉट किए जाएंगे। इससे किसानों के उत्पाद विदेशों तक पहुचेंगे, जिससे किसान की आमदनी भी बढ़ेगी तथा अन्य लोगों को रोजगार भी मिलेगा। दलाल ने यह बात शुक्रवार को घरौंडा स्थित सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में 9वें सब्जी एक्सपो-2023 के दौरान कही।

 

कृषि मंत्री ने 9वें सब्जी एक्सपो-2023 एक-एक स्टॉल का भ्रमण कर यहां प्रगतिशील किसानों से बातचीत की और उनसे जुड़े उत्पादों की जानकारी ली। इसके साथ-साथ खेती व किसानों से जुड़ी कंपनियों के स्टॉल पर लगे उत्पादों के संबंध में भी जानकारी ली और प्रगतिशील किसानों को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया।

 

उन्होंने किसानों से आहवान करते हुए कहा कि हमे पेस्टिसाइड के इस्तेमाल को कम करके प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ना होगा। पहले एक- एक एकड़ या इससे कम में खेती शुरू करें, जीवामृत व घनामृत से प्राकृतिक खेती करें। इसके लिए हरियाणा सरकार सब्सिडी भी दे रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को सर्टिफाइड करने और उसके लिए अलग से मंडियां स्थापित करने के लिए सरकार कार्य कर रही है। इसके लिए भविष्य में जरुर अच्छे कदम उठाए जाएंगे।

 

कृषि मंत्री ने कहा कि उन्होंने 9वें सब्जी एक्सपो-2023 में भ्रमण किया, यहां 22 जिलों के किसानों के स्टॉल लगे हुए थे। इनमें से ज्यादातर किसान अच्छी आमदनी ले रहे हैं। इन किसानों से अन्य किसानों को भी सीखना चाहिए और बागवानी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती छोड़कर बागवानी की तरफ बढ़ें। जितनी सुविधाएं हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही है, उतनी सुविधा अन्य पड़ोसी राज्यों में नहीं दी जाती। किसान इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाएं । उन्होंने कहा कि किसान खेती को हल्का कारोबार न समझे आज किसान की मेहनत की बदौलत  ही देश में अन्न के भंडार भरे हैं।  

 

दलाल ने कहा कि आज हमारे लिए गर्व की बात है कि किसान को भी पद्मश्री सम्मान मिल रहा है। भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहां ज्यादा किसानों को पद्मश्री मिलना चाहिए। उन्होंने किसानों को बागवानी, मशरूम उत्पादन, डेयरी, मछलीपालन, झींगा पालन आदि की तरफ बढ़कर अपनी आमदनी बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसान और खेती दोनों का जोखिम कम करने पर काम कर रही है, तभी अलग-अलग स्कीमें चलाई जा रही हैं । हरियाणा सरकार ने भावांतर भरपाई योजना से किसानों को लाभ पहुंचाया है। इस साल इस योजना के अंतर्गत 24 करोड़ रुपये किसानों को दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त कृषि बजट को भी लगातार बढ़ाया गया है।

 

उन्होंने कहा कि किसान नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें। यह यूरिया भारत में निर्मित है। इससे किसानों को फायदा हो रहा है। पिछले वर्ष नैनो यूरिया की 16 लाख बोतल किसानों ने खरीदी थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसान के हित में नई-नई योजनाएं लेकर आ रही है। आज पराली प्रबंधन, ट्रैक्टर पर सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने किसानों को ड्रोन आदि की नई-नई तकनीक से खेती करने की सलाह भी दी। इससे न केवल उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि समय की बचत भी होगी। 

 

घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि किसान परंपरागत खेती छोड़कर खेती के नए रास्ते अपनाएं , इससे आमदनी बढ़ाई जा सकती है। आज प्रगतिशील किसान जो एक्सपो में अपने उत्पाद प्रदर्शित करने पहुंचे हैं, उन्होंने एक नई शुरूआत की और कामयाबी हासिल की। उन्हीं की तर्ज पर अन्य किसानों को भी आगे आना चाहिए।

 

बागवानी विभाग के महानिदेशक डॉ अर्जुन सिंह सैनी ने कहा कि उनके लिए यह बड़ी खुशी की बात है कि कोरोना महामारी के बाद इतने बड़े स्तर पर बागवानी एक्सपो आयोजित किया गया है। इस तकनीक को प्रदर्शित करने का उद्देश्य किसानों को लाभ पहुंचाना है, ताकि वह इससे प्रेरित होकर इस तरफ बढ़ सके और अपनी आमदनी में इजाफा कर सकें। उन्होंने कहा कि 2004-05 में शुरू हुआ बागवानी का मिशन आज कामयाबी की ओर बढ़ रहा है। हरियाणा सरकार निरंतर कृषि व बागवानी बजट में इजाफा कर रही है। इससे किसानों को लाभ मिल रहा है। आज बीज की बुआई से लेकर उत्पाद के उपभोक्ता तक पहुंचने तक की कड़ियों के लिए हरियाणा सरकार द्वारा किसान को सब्सिडी दी जा रही है। इससे निश्चित रूप से किसान को फायदा हो रहा है।


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News Editor

Archna Sethi

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