स्वतंत्रता दिवस पर तीन सगे भाइयों समेत चार की दर्दनाक मौत
punjabkesari.in Friday, Aug 15, 2025 - 04:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: झारखंड के गढ़वा जिले में 15 अगस्त की सुबह एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। जहां पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस की खुशी मनाई जा रही थी वहीं गढ़वा के नवादा गांव में चार घरों में हमेशा के लिए सन्नाटा छा गया। इस हादसे में तीन सगे भाइयों समेत चार लोगों की मौत हो गई। यह घटना गढ़वा जिला मुख्यालय से सटे नवादा गांव में शुक्रवार सुबह घटी। राजू शेखर चौधरी के घर में नया सेप्टिक टैंक बना था और उसी का सेटरिंग यानी लोहे का ढांचा हटाने का काम चल रहा था। इसी दौरान एक के बाद एक चार लोग टैंक में उतरे और किसी की भी जान नहीं बची।
कैसे हुआ हादसा? प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी
ग्रामीणों के अनुसार सबसे पहले गांव के ही मल्टू राम टैंक में उतरे ताकि सेटरिंग को हटाया जा सके। लेकिन जब वह काफी देर तक बाहर नहीं निकले तो राजू शेखर चौधरी उन्हें देखने के लिए टैंक में घुसे। जब वे भी बाहर नहीं आए तो उनके भाई अजय चौधरी और फिर सबसे छोटे भाई चंद्रशेखर चौधरी भी एक-एक कर नीचे उतरे। लेकिन चारों ही जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गए और बाहर नहीं निकल सके। कुछ देर तक जब चारों लोग बाहर नहीं निकले तो वहां खड़े ग्रामीणों को अनहोनी की आशंका हुई। उन्होंने शोर मचाया और बाकी गांव वालों को बुलाया। काफी मशक्कत के बाद लोगों ने चारों को टैंक से बाहर निकाला और तुरंत गढ़वा सदर अस्पताल ले गए। लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।
कौन थे मृतक?
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान राजू शेखर चौधरी (55 वर्ष), अजय चौधरी (50 वर्ष), चंद्रशेखर चौधरी (42 वर्ष) और मल्टू राम के रूप में हुई है। इनमें से राजू, अजय और चंद्रशेखर तीनों सगे भाई थे, जबकि मल्टू राम गांव का ही एक मजदूर था। जैसे ही यह खबर गांव में फैली, पूरे नवादा गांव में शोक की लहर दौड़ गई और हर घर में मातम पसरा नजर आया।
पुलिस और प्रशासन ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही गढ़वा के एसडीओ संजय कुमार, एसडीपीओ नीरज कुमार और गढ़वा थाना प्रभारी बृज कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
दम घुटने और जहरीली गैस से मौत की आशंका
गढ़वा सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉक्टर मेहरून यामिनी ने जानकारी दी कि सेप्टिक टैंक में जहरीली गैस होने की संभावना है जिससे चारों लोगों का दम घुट गया। सभी के खून और अंगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके। नवादा गांव में इस हादसे के बाद शोक का माहौल है। चार-चार लोगों की एक साथ मौत से गांव में जैसे कर्फ्यू जैसा सन्नाटा छा गया है। मृतकों के परिवारों का हाल बुरा है। गांव के लोग भी इस घटना को लेकर सदमे में हैं और प्रशासन से सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम की मांग कर रहे हैं।