पूर्व न्यायाधीश की गोगोई को नसीहत- न्यायाधीशों के बीच के विवाद को करें खत्म

punjabkesari.in Wednesday, Oct 03, 2018 - 04:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्‍ठ जज जस्टिस रंजन गोगोई ने बुधवार को देश के मुख्‍य न्‍यायाधीश का पदभार संभाल लिया है।  इसी बीच उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एन संतोष हेगड़े ने उन्हे यायाधीशों के बीच गलतफहमी खत्म करने की नसीहत दी है। हेगड़े ने कहा कि न्यायिक कार्यवाहियों में ज्यादा पारर्दिशता लाई जाए और न्यायाधीशों के बीच किसी भी तरह की ‘‘गलतफहमी’’ से बचने के लिए उनके बीच एकजुटता को बढावा दिया जाए। 

सभी न्यायाधीश आएं एक साथ 
पूर्व सॉलिसीटर जनरल हेगड़े न कहा कि गोगोई को जनता को यह संदेश देना चाहिए कि जहां तक न्याय की बात है तो न्यायाधीश एक हैं। न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने दो अक्टूबर को सेवानिवृत्त हुए न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की जगह ली। न्यायमूर्ति गोगोई उन चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों में शामिल थे जिन्होंने जनवरी में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश की विशेषकर, निश्चित पीठों को मामले आवंटित करने के तरीके को लेकर आलोचना की थी। हेगड़े ने कहा कि न्यायमूर्ति गोगोई की अब प्राथमिक जिम्मेदारी अदालतों में बड़ी संख्या में लंबित मामलों की संख्या घटाने की होनी चाहिए और उन्हें खुशी है कि प्रधान न्यायाधीश ने इस मुद्दे पर बात की है। 

गलतफहमी होनी चाहिए खत्म 
न्यायमूर्ति गोगोई ने पिछले सप्ताह कहा था कि उनकी लंबित मामलों से निपटने की योजना है। कर्नाटक के लोकायुक्त भी रहे हेगड़े ने कहा कि उन्हें गोगोई को न्यायिक कार्यवाहियों में और अधिक पारर्दिशता लानी चाहिए। वे कार्यवाहियों की वीडियोग्राफी का फैसला कर चुके हैं। इसके अलावा, पिछले कार्यकाल में न्यायाधीशों में जो असहमतियां थीं, उन्हें दोहराया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गलतफहमियों से काफी दिक्कतें हुई, लोगों का न्यायपालिका के प्रति सम्मान कम हुआ। एक बार जब लोग न्यायिक संस्थान के प्रति सम्मान खो देते हैं तो यह लोकतंत्र की समाप्ति होती है। 


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vasudha

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