पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया बीजेपी में शामिल, अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में ली पार्टी की सदस्यता
punjabkesari.in Sunday, Mar 24, 2024 - 12:44 PM (IST)
नेशनल डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी अपना कुनबा मजबूत करने में जुटी हुई है। इसी क्रम में पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं। आरकेएस भदौरिया ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की उपस्थिति में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा तिरुपति के पूर्व सांसद वरप्रसाद राव भी भाजपा में शामिल हुए।
#WATCH | Former Chief of Air Staff, Air Chief Marshal (Retd.) RKS Bhadauria joins BJP in the presence of party General Secretary Vinod Tawde and Union Minister Anurag Thakur. pic.twitter.com/n3s9k7INmf
— ANI (@ANI) March 24, 2024
भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने भारतीय वायु सेना (आईएएफ) में भदौरिया की लंबी सेवा की सराहना की और विश्वास जताया कि वह रक्षा बलों में सक्रिय भूमिका निभाने के बाद अब राजनीतिक क्षेत्र में भी सक्रिय योगदान देंगे। भाजपा नेता ने कहा कि भदौरिया ने भारतीय वायुसेना में लगभग 40 साल सेवा दी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम में योगदान दिया। भदौरिया उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए राज्य की कई सीट पर अपने उम्मीदवारों की अभी तक घोषणा नहीं की है।
मोदी के अद्भुत नेतृत्व से प्रभावित
भाजपा में शामिल होने के बाद भदौरिया ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'अद्भुत नेतृत्व' और 'अद्वितीय दूरदर्शिता' से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भर और विकसित भारत का संकल्प लिया है और इस दिशा में वह लगातार प्रयास कर रहे हैं तथा कदम भी उठा रहे हैं।
कौन है भदौरिया?
भदौरिया भारतीय वायुसेना के 26वें प्रमुख थे। तत्कालीन एयर चीफ मार्शल भदौरिया को जून 1980 में भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में शामिल किया गया था और वह कई पदों पर रहे। भदौरिया की गिनती वायु सेना के उन चुनिंदा पायलटों में होती हैं जिन्होंने राफेल विमान उड़ाया है। भारत और फ्रांस की वायु सेनाओं के बीच गरुड़ अभ्यास के दौरान भदौरिया ने राफेल विमान उड़ाया था।
वरप्रसाद राव ने 2014 में वाईएसआर कांग्रेस के टिकट पर आंध्र प्रदेश के तिरुपति से 16 वीं लोकसभा का चुनाव जीता था। वह तमिलनाडु कैडर के 1983 बैच के एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी थे। सिविल सेवाओं में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने तमिलनाडु सरकार, चेन्नई के प्रधान सचिव सहित कई शीर्ष पदों पर कार्य किया। साल 2009 में उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी।