इंडिगो फ्लाइट में इस वजह से महिला यात्री की जबर्दस्ती बदली सीट, मचा बवाल...तेलंगाना मंत्री ने भी उठाए सवाल
punjabkesari.in Monday, Sep 19, 2022 - 12:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: इंडिगो एयरलाइन (Indigo flight) में एक और नया विवाद खड़ा हो गया। इस बार विवाद भाषा को लेकर हुआ है। दरअसल 16 सितंबर को इंडिगो में IIM अहमदाबाद की एक असिस्टेंट प्रोफेसर (शिक्षा) सफर कर रही थीं। असिस्टेंट प्रोफेसर देवस्मिथ चक्रवर्ती विजयवाड़ा से हैदराबाद के लिए फ्लाइट 6E 7297 में सवार थीं। इस दौरान एयरलाइन क्रू मैंबर ने हिंदी या अंग्रेजी नहीं समझने वाली एक महिला यात्री को जबर्दस्ती सीट बदलने के लिए मजबूर किया।
एयरलाइन क्रू मैंबर ने महिला पैसेंजर को सुरक्षा का हवाला देते हुए यह सब करने को कहा। वहीं प्रोफेसर ने फ्लाइट में अपने साथ हुई बदसलूकी को लेकर ट्वीट किया। तेलंगाना सरकार में मंत्री और टीआरएस के प्रेजिडेंट कल्वकुंतल तारक रामाराव ने अपने अधिकृत ट्वीटर हैंडल पर इस मामले को रिट्वीट करते हुए लिखा- @IndiGo6E प्रबंधन, मैं आपसे स्थानीय भाषाओं और उन यात्रियों का सम्मान करना शुरू करने का अनुरोध करता हूं जो अंग्रेजी या हिंदी में अच्छी तरह से वाकिफ नहीं हैं। क्षेत्रीय मार्गों में स्थानीय भाषा जैसे तेलुगु, तमिल, कन्नड़ आदि बोलने वाले स्टॉफ की ज्यादा भर्ती कर सकते हैं. यह एक अच्छा समाधान होगा।
असिस्टेंट प्रोफेसर ने ट्वीट किया
इस पूरी घटना पर IIM असिस्टेंट प्रोफेसर ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए लिखा कि महिला 2ए सीट पर बैठी थी, लेकिन क्रू मैंबर टीम ने उसको 3सी में जाने के लिए मजबूर किया। बताया गया कि महिला पैसेंजर केवल तेलुगु भाषा ही समझती थी, उसको अंग्रेजी या हिंदी नहीं आती थी, इस पर अटेंडेंट ने महिला को सुरक्षा का हवाला देते हुए ऐसा करने के लिए मजबूर किया। अटेंडेंट ने कहा कि MP से तेलंगाना के लिए इंडिंगो फ्लाइट में उनके पास तेलुगु में कोई निर्देश नहीं है, इसलिए सुरक्षा के लिहाज से उनको सीट बदलनी होगी क्यूंकि वह अंग्रेजी व हिंदी नहीं समझती हैं। उन्होंने लिखा कि अगर हम दु:खी हैं, तो हमें (उसे नहीं) शिकायत करनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उनके अपने ही राज्य में गैर हिंदी नागरिकों को दूसरे दर्जे का नागरिक समझा जा रहा है, उनकी कोई गरिमा नहीं है।
महिला पैसेंजर देवस्मिथ ने ट्वीट में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया को भी टैग करते हुए उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उड़ानों में केवल हिंदी और अंग्रेजी ही नहीं, बल्कि सभी भाषाओं में सुरक्षा निर्देश उपलब्ध होने चाहिएं, यहां तक कि दुबई से कोलकाता तक अमीरात भी अंग्रेजी और बांग्ला में निर्देश देता है। इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने रिट्वीट करते हुए उनकी बातों का समर्थन किया। कई लोगों ने लिखा कि भाषायी भेदभाव अच्छी बात नहीं है।