Noida International Airport बदल देगा फरीदाबाद की तस्वीर, बढ़ेगी रेजिडेंशियल और कमर्शियल कनेक्टिविटी
punjabkesari.in Thursday, Dec 26, 2024 - 11:57 AM (IST)
नेशनल डेस्क: एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, अप्रैल 2025 में कमर्शियल विमानों के लिए खोल दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में बन रहा यह एयरपोर्ट केवल दिल्ली-एनसीआर की सूरत बदलने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हरियाणा के फरीदाबाद पर भी इसका व्यापक असर पड़ेगा।
फरीदाबाद बनेगा विकास का केंद्र
दिल्ली-एनसीआर का इंडस्ट्रियल हब कहे जाने वाले फरीदाबाद में जेवर एयरपोर्ट के संचालन के बाद तेजी से विकास होने की उम्मीद है। एयरपोर्ट के चलते फरीदाबाद में रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा मिलेगा, निवेश के नए अवसर खुलेंगे, और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
बेहतर कनेक्टिविटी से मिलेगा बढ़ावा
फरीदाबाद से जेवर एयरपोर्ट की दूरी महज 38 किलोमीटर है। सरकार ने एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए कई बड़े एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। इसमें FNG (फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद) एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मथुरा एक्सप्रेसवे, और फरीदाबाद-KMP एक्सप्रेसवे प्रमुख हैं। इन परियोजनाओं से फरीदाबाद से नोएडा, दिल्ली, और जेवर तक यात्रा आसान और तेज हो जाएगी।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से समय की बचत
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ सेक्टर 65 में बन रहा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे इंटरचेंज आने वाले समय में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। यह इंटरचेंज DND और KGP (कुंडली-गाजियाबाद-पलवल) को जोड़ने का काम करेगा। इसके शुरू होने के बाद फरीदाबाद और बल्लभगढ़ से नोएडा एयरपोर्ट का सफर मात्र 20 मिनट में तय किया जा सकेगा। इस एक्सप्रेसवे से हर दिन लगभग 26 लाख यात्रियों को फायदा मिलने की संभावना है।
फरीदाबाद की बदलती प्राथमिकता
बेहतर कनेक्टिविटी और विकास की रफ्तार के चलते फरीदाबाद न केवल व्यवसायियों के लिए बल्कि रेजिडेंशियल हब के रूप में भी लोगों की पहली पसंद बन सकता है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आने से फरीदाबाद को एक नई पहचान मिलने जा रही है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट न सिर्फ दिल्ली-एनसीआर बल्कि फरीदाबाद जैसे शहरों को भी विकास के नए रास्तों पर ले जाएगा। बेहतर कनेक्टिविटी, रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के चलते फरीदाबाद का भविष्य उज्ज्वल नजर आ रहा है।