झेलम नदी में जल स्तर घटने से कम हुआ बाढ़ का खतरा, कश्मीर के निचले इलाकों में रह रहे लोगों को राहत
punjabkesari.in Sunday, Jul 09, 2023 - 06:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मौसम में सुधार आने के बाद झेलम नदी में जल स्तर घटने से बाढ़ का खतरा कम हो जाने पर श्रीनगर सहित कश्मीर के निचले इलाकों में रह रहे लोगों ने रविवार को राहत महसूस की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से संबद्ध एक मौसम अधिकारी फारूक अहमद भट ने बताया, ''मौसम में सुधार हो रहा है और जलस्तर घटेगा, लेकिन निचले इलाकों में रह रहे लोगों को कम से कम रविवार तक एहतियाती कदम उठाने चाहिए।''
उन्होंने कहा, ''दक्षिण कश्मीर में अगले 24 घंटों तक बारिश होने की संभावना है लेकिन यह शनिवार जैसी तेज वर्षा नहीं होगी।'' अधिकारी ने कहा कि बाढ़ का खतरा भी कम हो रहा है। झेलम नदी, अनंतनाग जिले के संगम और श्रीनगर के राम मुंशी बाग में शनिवार शाम से खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसने 2014 में आई बाढ़ की विभाषिका की याद दिला दी, जब कश्मीर घाटी के ज्यादातर हिस्से जलमग्न हो गये थे।
भट ने कहा, ''जैसा कि हमारा पूर्वानुमान था कि ऊपरी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी हुई। दक्षिण कश्मीर में सामान्य बारिश होने के कारण झेलम का जलस्तर बढ़ गया। अच्छी बात यह है कि उत्तर कश्मीर में कम बारिश हुई, जिसके चलते जल का प्रवाह ठीक से हो रहा है।'' उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में जलस्तर खतरे के निशान पर है, लेकिन चिंता करने की कोई बात नहीं है।अधिकारी ने कहा, ''हमें शाम तक जलस्तर के फिर से सामान्य होने की उम्मीद है।''
आसमान साफ होने के बाद धूप खिली और स्थानीय लोगों ने उम्मीद जताई कि फिलहाल खतरा टल गया है। शहर के एक निवासी मोहम्मद अथर ने कहा, ''पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है और जलस्तर भी बढ़ रहा है। हमने 2014 में आई बाढ़ के दौरान भी ठीक ऐसा ही कुछ देखा था। शुक्र है कि शनिवार से बारिश थम चुकी है, लेकिन अगर और बारिश होती है तो खतरा पैदा हो जाएगा।'' कुलगाम सहित दक्षिण कश्मीर के कई हिस्सों में बाढ़ की सूचना है लेकिन किसी बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है।