‘बम बम भोले’ के जयकारों के बीच अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना
punjabkesari.in Wednesday, Jun 28, 2017 - 03:02 PM (IST)
जम्मू: ‘बम बम भोले’ और ‘जय बाबा बर्फानी’ के नारों के साथ जम्मू से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था आज रवाना हुआ। जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने जम्मू के भगवती नगर स्थित शिविर से 2,280 तीर्थ यात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। इस मौके पर तीर्थयात्रियों का स्वागत करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए राज्य सरकार ने सभी व्यवस्थाएं की हैं।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के साथ ही सुगम तथा दुर्घटना रहित यात्रा के लिए अन्य उपाय किए गए हैं। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पहले जत्थे में 1,811 पुरुष, 422 महिलाएं तथा 47 साधु शामिल थे। यह जत्था 72 वाहनों में रवाना हुआ, जिसमें 26 छोटे मोटर वाहन तथा राज्य सड़क परिवहन निगम की 46 बसें शामिल थीं। यात्रा शिविर से पहली बस सुबह पांच बजकर 22 मिनट पर रवाना की गई , जबकि आखिरी बस पांच बजकर 45 मिनट पर रवाना हुई। सुरक्षाकर्मियों का भी एक दल यात्रियों के वाहनों के साथ गया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के विशेष महानिदेशक एस.एन. श्रीवास्तव के मुताबिक इस वर्ष सेटेलाइट्स तथा ड्रोन कैमरा के जरिए यात्रा की निगरानी की जा रही है।
J&K Dy CM Nirmal Singh flagged off the first batch of Amarnath Yatris from Jammu Base camp earlier today pic.twitter.com/OnEkuD6ABd
— ANI (@ANI_news) June 28, 2017
राज्यपाल ने दिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश
राज्यपाल ने पवित्र गुफा कैम्प निदेशकों को ले-आउट प्लान में चिन्हित क्षेत्रों में टैंट, दुकानें और लंगर स्थापित करने को कहा तथा सेना व सेना सुरक्षा टुकड़ियों को क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने कहा कि पर्याप्त साफ-सफाई के लिए भी प्रबंध किए जाने चाहिएं और सारे कचरे को पर्याप्त रूप से नष्ट करने के लिए गहरे खड्डे खोदे जाने चाहिएं। पंचतरणी बेस कैम्प में राज्यपाल ने कैम्प निदेशक रंजीत सिंह, सेना, सुरक्षा बलों तथा विभिन्न संबंधित अधिकारियों के साथ बिजली, पानी, स्नानघरों व शौचालयों आदि के प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने कैम्प निदेशक को बनाए जा रहे 300 शौचालयों की साफ -सफाई की प्रतिदिन व्यक्तिगत रूप से जांच के निर्देश दिए तथा कहा कि साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए एजैंसी जिम्मेदार होगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि यात्रियों को पोर्टरों, पिट्ठुओं, खच्चरों के मूल्यों की जानकारी होनी चाहिए।
यात्रा के लिए बड़ी मात्रा में की गई सुरक्षा व्यवस्था
सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक एस एन श्रीवास्तव ने कहा, 'इस यात्रा को किसी भी घटना से बचाने के लिए बड़ी मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एस.पी. वैद ने कहा कि किसी ने लोगों में घबराहट पैदा करने के लिए आतंकी हमले की अफवाह को फैलाया है। पुलिस, सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ को मिलाकर यहां 35,000 से 40,000 सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।