Railway News: रेल यात्रियों के लिए बड़ा संकट: अगले दो महीने तक बुकिंग फुल... नहीं मिल पाएंगी सीटें

punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 07:29 AM (IST)

नेशनल डेस्क: त्योहारी सीजन नज़दीक आते ही रेल यातायात में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। रेलवे की ओर से कई स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणाओं के बावजूद सीतामढ़ी और रक्सौल जैसे प्रमुख स्टेशनों से कोलकाता, दिल्ली और मुंबई की ओर जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में अगले दो महीने पहले ही कोई सीट उपलब्ध नहीं है। लगभग सभी श्रेणियों में सीटें वेटिंग या 'रिग्रेट' की स्थिति में हैं, जिससे आम यात्रियों के लिए सफर करना किसी चुनौती से कम नहीं है।

टिकट नहीं, तोड़ निकाल रहे दलाल

रेलवे आरक्षण केंद्रों पर जहां पहले टिकट बुकिंग के लिए लंबी कतारें लगती थीं, अब वहाँ भीड़ में भारी कमी देखी जा रही है। इसका कारण यह है कि यात्रियों को कंफर्म टिकट अब सीधे नहीं मिल रही, जिससे वे मजबूर होकर बिचौलियों का सहारा ले रहे हैं। बिचौलियों द्वारा यात्रियों से टिकट कंफर्म कराने के बदले भारी रकम वसूली जा रही है –

  • स्लीपर क्लास के लिए लगभग ₹1200 अतिरिक्त

  • थर्ड एसी के लिए ₹2500 तक की मांग

स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि रेलवे द्वारा चलाई गई स्पेशल ट्रेनें सिर्फ दिखावा बनकर रह गई हैं। शिक्षिका ज्योति झा, स्थानीय निवासी विवेक कुमार और सुरेश दास ने साझा किया कि स्पेशल ट्रेनों से सफर करना न केवल अधिक महंगा है बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी थकाने वाला अनुभव बन गया है।

स्पेशल ट्रेनें भी नहीं बन पा रहीं राहत का जरिया

रेलवे की ओर से चलाई गई विशेष ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।

  • अधिकतर स्पेशल ट्रेनें तय समय से घंटों लेट चल रही हैं

  • इन ट्रेनों का किराया सामान्य ट्रेनों से कहीं अधिक होता है, यानी जो ट्रेन "विशेष सुविधा" देने के लिए शुरू की गई थी, वही अब एक और बोझ बनती जा रही है।

 तत्काल टिकट बुकिंग में नया नियम, लेकिन...

रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से आधार आधारित ओटीपी वेरिफिकेशन की व्यवस्था शुरू की है।

  • 1 जुलाई 2025 से यह नियम लागू हो चुका है

  • 15 जुलाई 2025 से IRCTC वेबसाइट, ऐप और अधिकृत एजेंट सभी के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है

  • टिकट बुक करते समय, आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाता है

  • जब तक ओटीपी दर्ज नहीं किया जाएगा, बुकिंग पूरी नहीं होगी

हालांकि यह नियम यात्रियों को थोड़ी राहत दे सकता है, लेकिन फिलहाल यह सिस्टम पूरी तरह एक्टिव नहीं हो पाया है।

 क्या कहते हैं रेलवे अधिकारी?

स्थानीय वाणिज्य अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि आधार-आधारित ओटीपी सिस्टम की कमांड अभी तक रेलवे सर्वर पर पूरी तरह से लोड नहीं हुई है, लेकिन जल्द ही इसे सक्रिय कर दिया जाएगा ताकि जरूरतमंद यात्रियों को तत्काल टिकट आसानी से मिल सके।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीतामढ़ी स्टेशन पर तत्काल टिकटों के लिए दलालों की सीधी घुसपैठ नहीं है, लेकिन जिले के अन्य हिस्सों में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि बिचौलियों की लॉबी सक्रिय है।

 


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Content Writer

Anu Malhotra

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