26 मार्च को किसानों का 'भारत बंद', व्यापारियों का भी मिला साथ...मनाएंगे काली होली

punjabkesari.in Thursday, Mar 25, 2021 - 12:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: संयुक्त किसान-मजदूर मोर्चा ने केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में 26 मार्च (शुक्रवार) को भारत बंदबुलाया है। भारत बंद को  इसे सफल बनाने के लिये किसान संगठनों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भारत बंद सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। किसान संगठनों ने इसके अलावा इस बार काली होली मनाने का भी फैसला लिया है। किसान मोर्चा की हुई बैठक में फैसला लिया गया कि इस दिन सभी टॉल प्लाजा को पूर्ण रुप से बंद रखा जाएगा।

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आवश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी भी प्रकार की अन्य वस्तुओं को गांवों से शहर में नहीं भेजा जाएगा। यातायात पूर्ण रुप से बंद रहेगा। बंद सफल बनाने के लिए सभी व्यापारिक संगठनों, जन संगठनों, स्कूल संचालकों के अलावा अन्य संगठनों से अनुरोध किया गया है कि बंद को कामयाब करने में पूर्ण सहयोग करें। रिक्शा चालक संघ और ऑटो रिक्शा चालक संघ से भी बंद में अपना योगदान देने की अपील की गई है। 26 मार्च को भारत बंद के साथ ही किसानों ने इस बार 28 मार्च को काली होली मनाने का भी फैसला लिया है। 

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व्यापारी भी बंद के समर्थन में 
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने कहा है कि तीन कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों के 26 मार्च को भारत बंद के आह्वान पर हरियाणा की सभी मंडियोंं में भी हड़ताल रहेगी। किसान आंदोलन को व्यापार मंडल का खुला समर्थन है। किसान व व्यापारी का चोली दामन का साथ है। किसान के खेत में दाने होंगे तो ही देश में व्यापार चलेगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। गर्ग ने कहा कि कृषि कानून किसान, आढ़ती, मजदूर व आम जनता के हित में नहीं है। कृषि कानून से बड़ी-बड़ी कंपनियां सब्जी व फलों की तरह अनाज का स्टॉक करके देश में पहले से कई गुणा ज्यादा महंगाई को बढ़ावा देगी। कृषि कानून में अनाज की स्टॉक सीमा समाप्त करके सरकार जमाखोरी को बढ़ावा देने के साथ-साथ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने जा रही है, जो किसी भी तरह देश हित में नहीं है।

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बता दें कि कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली के साथ लगती सीमाओं पर धरने पर बैठे हुए किसानों को चार महीने हो चले है। किसान साल 2020 नवंबर में धरने पर बैठे थे। किसान जहां तीनों कृषि कानून वापिस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं सरकार भी पीछे हटने के तैयार नहीं है।


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Content Writer

Seema Sharma

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