सपनों को लगा ग्रहण: पैसों के लालच ने उजाड़ा परिवार, लाखों रुपए लेकर भागी यह मशहूर कंपनी, बिखरा बच्चों का भविष्य
punjabkesari.in Wednesday, Apr 09, 2025 - 12:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क। अनूपपुर जिले के दुलही बांध गांव में रहने वाले सोहनलाल का सपना था कि वे अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बना सकें लेकिन एक चिटफंड कंपनी ने उनके इस सपने को चुराकर उन्हें आर्थिक तंगी में डाल दिया। सोहनलाल ने 2017 में एक चिटफंड स्कीम में 11 लाख रुपए निवेश किए थे जिसमें दावा किया गया था कि पांच साल में उनकी राशि दोगुनी हो जाएगी लेकिन 2022 आते-आते उनका पूरा सपना टूट गया।
कैसे हुए शिकार?
2017 में शांति जीवन रियलिटी एंड ग्लोबल मार्केटिंग कंपनी के एजेंट रामकृष्ण कश्यप और मैनेजर विनोद सिंह ने सोहनलाल को आकर्षक स्कीम का प्रस्ताव दिया। एजेंटों ने उन्हें बताया कि इस स्कीम में निवेश करने पर 5 साल में उनकी राशि दोगुनी हो जाएगी। इस आश्वासन के बाद सोहनलाल ने बच्चों की भविष्यवाणी को ध्यान में रखते हुए 11 लाख रुपए कंपनी में निवेश किए। उनका विश्वास था कि 2022 में उन्हें 22 लाख रुपए मिलेंगे जिससे वे बच्चों की शादी और पढ़ाई की जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।
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सपनों को लगा ग्रहण
जब 2022 में सोहनलाल ने अपनी रकम वापस मांगी तो कंपनी ने टालमटोल शुरू कर दी। महीनों बीत गए लेकिन कोई पैसा वापस नहीं आया। तब सोहनलाल ने मजबूर होकर कोतमा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एजेंट और मैनेजर को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन सोहनलाल की मेहनत की कमाई का एक रुपया भी वापस नहीं किया गया। नतीजा सोहनलाल के 11 लाख रुपए डूब गए और उनके बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया।
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बच्चों की रह गई पढ़ाई अधूरी
सोहनलाल का परिवार अब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बच्चों की पढ़ाई अधूरी है और परिवार की उम्मीदें पूरी तरह से टूट चुकी हैं। चिटफंड कंपनियों के द्वारा दिखाए गए सपने ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से अस्तव्यस्त कर दिया है।