2 जून को हर जगह दिख रही ''2 जून की रोटी'': क्यों है इस मीम का इतना क्रेज, जानें पूरी कहानी

punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 12:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हर साल 2 जून का दिन आते ही सोशल मीडिया पर '2 जून की रोटी' से जुड़े मीम्स और जोक्स की भरमार हो जाती है। यह तारीख और यह कहावत आपस में इस तरह घुल-मिल गए हैं कि लोग इसे बड़े ही हल्के-फुल्के और मज़ाकिया अंदाज़ में लेते हैं। आजकल लोग '2 जून की रोटी' को लेकर खूब मजेदार मीम्स शेयर करते हैं, जिसमें यह दिखाया जाता है कि कैसे जीवन चलाने के लिए हर किसी को मेहनत करनी पड़ती है।

PunjabKesari

क्यों खास है '2 जून की रोटी'?

'2 जून की रोटी' दरअसल एक पुरानी हिंदी कहावत है, जिसका मतलब है दो वक्त की रोटी या रोज़गार के लिए की जाने वाली मेहनत। यह बताता है कि जीवन में अपनी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए इंसान को कितना संघर्ष करना पड़ता है। जब साल में 2 जून की तारीख आती है, तो यह कहावत एक नया रूप ले लेती है और सोशल मीडिया पर खूब वायरल होती है। लोग इस दिन का इस्तेमाल अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी और काम के प्रति अपने लगाव को मज़ाकिया अंदाज़ में बताने के लिए करते हैं।

वायरल हो रहे मजेदार चुटकुले-

इस साल भी, 2 जून के अवसर पर कई चुटकुले और मीम्स ट्रेंड कर रहे हैं। ये लोगों को हँसाने के साथ-साथ यह भी याद दिलाते हैं कि जीवन में रोटी का कितना महत्व है।

  1. पप्पू- यार, 2 जून की रोटी बड़ी मुश्किल से मिलती है। गप्पू- हाँ यार, बात तो सही कही। पप्पू- इसलिए तो मैंने आज रोटी नहीं, पकौड़े खा लिए! (यह चुटकुला दिखाता है कि कैसे लोग मुश्किलों से बचने के लिए अलग-अलग तरकीबें निकालते हैं.)
  2. चिंटू (मिंटू से)- आज का दिन काफी खास है। मिंटू- क्यों? चिंटू- क्योंकि आज के दिन के लिए हम पूरी जिंदगी काम करते हैं। मिंटू- वो कैसे? चिंटू- आज 2 जून है ना, हम सभी 2 जून की रोटी के लिए ही तो काम करते हैं! (यह चुटकुला '2 जून की रोटी' के असली मायने को मज़ाकिया ढंग से उजागर करता है.)

सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Radhika

Related News