एलन मस्क की Starlink को भारत में मिला लाइसेंस, डिजिटल इंडिया को मिलेगी नई रफ्तार
punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 10:50 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में इंटरनेट सेवा के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति आने जा रही है। एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी Starlink को भारत सरकार की ओर से ऑपरेशनल लाइसेंस मिल गया है। इसका मतलब है कि अब देश के दूर-दराज के इलाकों में भी बिना मोबाइल टावर या फाइबर के तेज और स्थिर इंटरनेट मिल सकेगा।
क्या है Starlink और कैसे काम करता है?
Starlink एक सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सेवा है, जिसे SpaceX नाम की कंपनी ने विकसित किया है। यह सेवा Low Earth Orbit (LEO) में मौजूद हजारों छोटे सैटेलाइट्स के माध्यम से धरती पर इंटरनेट सिग्नल भेजती है।
➤ Starlink के सैटेलाइट धरती से लगभग 550 किमी ऊपर होते हैं।
➤ यह तकनीक लो लेटेंसी (कम समय में डेटा ट्रांसफर) और हाई स्पीड कनेक्टिविटी प्रदान करती है।
➤ इसका सबसे बड़ा लाभ पहाड़ों, जंगलों और गांवों जैसे कठिन इलाकों में मिलेगा।
Jio और Airtel भी जुड़े Starlink से
मार्च 2025 में भारत की प्रमुख दूरसंचार कंपनियाँ Jio और Airtel ने Starlink से साझेदारी की घोषणा की थी। अब इस साझेदारी के तहत:
➤ Jio और Airtel के स्टोर्स पर Starlink डिवाइस उपलब्ध होंगे
➤ Jio करेगी इंस्टॉलेशन, कस्टमर सपोर्ट और एक्टिवेशन का काम
➤ इन सेवाओं का फोकस स्कूल, हॉस्पिटल, गांव और बिजनेस हब्स पर होगा।
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान
भारत के संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने SpaceX की प्रेसिडेंट ग्विन शॉटवेल से मुलाकात की। बैठक के बाद उन्होंने कहा:
➤ “Satellite connectivity भारत के डिजिटल विकास का अगला चरण है। इससे उन क्षेत्रों में भी कनेक्टिविटी आएगी जहां अब तक पहुंच नहीं थी।”
➤ उन्होंने X पर यह भी लिखा कि भारत और SpaceX के बीच सहयोग से नए अवसर पैदा होंगे।
क्या होगा Starlink के आने से फायदा?
➤ दूरदराज क्षेत्रों में ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा
➤ टेलीमेडिसिन और रिमोट हेल्थकेयर सेवाएं संभव होंगी
➤ आपातकालीन सेवाएं और डिजास्टर रेस्पॉन्स और बेहतर होंगी
➤ बिजनेस और स्टार्टअप्स को मिलेगा तेज़ इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर