180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी वंदे भारत, पानी की एक बूंद भी नहीं छलकी...रेल मंत्री ने शेयर किया खास Video
punjabkesari.in Tuesday, Dec 30, 2025 - 10:33 PM (IST)
नेशनल डेस्कः भारतीय रेलवे यात्रियों को सुरक्षित, तेज और आरामदायक सफर देने के लिए लगातार नई तकनीकों पर काम कर रहा है। इसी कड़ी में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का एक अनोखा और दिलचस्प टेस्ट सामने आया है, जिसका वीडियो खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर साझा किया है।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही है। ट्रेन के अंदर एक गिलास में पानी भरा हुआ है और उसके ऊपर दूसरा गिलास रखा गया है। तेज रफ्तार के बावजूद पानी की एक भी बूंद नहीं छलकती। इस टेस्ट के जरिए रेलवे ने यह साबित किया कि नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें न सिर्फ तेज हैं, बल्कि बेहद संतुलित और आरामदायक भी हैं।
राजस्थान में हुआ ट्रायल, रेलवे सेफ्टी पर खास जोर
यह ट्रायल कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (CRS) की मौजूदगी में राजस्थान के कोटा-नागदा रेल खंड पर किया गया। इस वॉटर टेस्ट का मकसद ट्रेन की स्थिरता, सस्पेंशन सिस्टम और यात्रियों के आराम के स्तर को परखना था। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह टेस्ट दिखाता है कि हाई स्पीड के बावजूद ट्रेन में झटके और कंपन बेहद कम हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा
Vande Bharat Sleeper tested today by Commissioner Railway Safety. It ran at 180 kmph between Kota Nagda section. And our own water test demonstrated the technological features of this new generation train. pic.twitter.com/w0tE0Jcp2h
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) December 30, 2025
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “आज कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने वंदे भारत स्लीपर का टेस्ट किया। यह कोटा-नागदा सेक्शन के बीच 180 kmph की स्पीड से चली। और हमारे अपने वॉटर टेस्ट ने इस नई जेनरेशन की ट्रेन के टेक्नोलॉजिकल फीचर्स को दिखाया।” उन्होंने आगे कहा कि हाई स्पीड ट्रेनों के इस दौर में भारत भी तेजी से नए आयाम स्थापित कर रहा है और वंदे भारत के जरिए यात्रियों के सफर को और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
जनवरी में भी किया गया था ऐसा ही टेस्ट
यह पहला मौका नहीं है जब वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पर ऐसा परीक्षण किया गया हो। इसी साल जनवरी में भी 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर इसी तरह का वॉटर टेस्ट किया गया था। उस समय भी रेल मंत्री ने वीडियो शेयर कर बताया था कि रेलवे का लक्ष्य यात्रियों को अधिकतम आराम और स्मूद यात्रा अनुभव देना है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अगर इतनी तेज रफ्तार में भी पानी की एक बूंद नहीं छलकती, तो यह साफ संकेत है कि यात्रियों को सफर के दौरान झटके महसूस नहीं होंगे और यात्रा बेहद आरामदायक होगी।
अंतिम मंजूरी के बाद शुरू होगी यात्री सेवा
इन सभी तकनीकी और सेफ्टी ट्रायल्स के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को अंतिम सुरक्षा प्रमाणपत्र दिया जाएगा। इसके बाद इसे आम यात्रियों की सेवा में शामिल किया जाएगा. रेलवे का मानना है कि यह ट्रेन देश में हाई स्पीड और आरामदायक रेल यात्रा की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
