चुनाव आयोग ने अब तक जब्त किए 8889 करोड़, ड्रग्स-कैश से लेकर इन तमाम चीजों पर लिया एक्शन

punjabkesari.in Saturday, May 18, 2024 - 08:19 PM (IST)

नेशनल डेस्कः चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि अधिकारियों ने 8,889 करोड़ रुपये की नकदी, मादक पदार्थ और उपहार जब्त किए हैं, जिसका उद्देश्य मौजूदा लोकसभा चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करना था। आयोग ने कहा कि 3,959 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ बरामद किये गये। इसने कहा कि मादक पदार्थ, शराब, मुफ्त की चीजें और नकदी अलग-अलग स्तर पर चुनावों को प्रभावित करते हैं। आयोग ने कहा कि उसने मादक पदार्थों की जब्ती पर विशेष जोर दिया है।

आयोग ने कहा कि गुजरात आतंकवाद-निरोधी दस्ते, स्वापक नियंत्रण ब्यूरो और भारतीय तटरक्षक ने संयुक्त अभियान में केवल तीन दिन में 892 करोड़ रुपये की तीन उच्च मूल्य वाले मादक पदार्थों को जब्त किया है। इसने कहा कि 849।15 करोड़ रुपये की नकदी, 814।85 करोड़ रुपये की शराब, 3,958।85 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ और 1,260।33 करोड़ रुपये की कीमती धातुएं जब्त की गई हैं।

जब्त की गई चीजों में 45% नशीली दवाएं शामिल- ECI
चुनाव आयोग के मुताबिक, इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने लोकसभा चुनावों के प्रलोभन देने वालों पर सख्त से सख्त एक्शन ले रहा है। इस दौरान चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव अवैध धन, नशीले पदार्थ, फ्री बीज और बेशकीमती धातुओं को जब्त करने का रिकॉर्ड जब्ती की है। चुनाव आयोग ने इलेक्शन में काले धन और धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए आज 8889 करोड़ रुपए किए, जिसमें 45% जब्ती में नशीली दवाओं की मात्रा शामिल है

ECI करता रहेगा ऐसी कार्रवाई
चुनाव आयोग ने बताया कि लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद से यानी पांचवे चरण का मतदान शुरू होने से पहले ही 8889 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। गौरतलब है कि ये रकम 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान हुई कुल जब्ती से भी काफी ज्यादा है। आयोग के मुताबिक, स्थानीय लोग, आयकर, आयकर खुफिया निगरानी विभाग, कस्टम, आबकारी, लोकल पुलिस, पैरामिलेट्री फोर्स के अधिकारियों के सतर्क और तालमेल से ही चुनाव आयोग आगे भी ऐसी ही कार्रवाई सख्ती के साथ करता रहेगा।

धनबल से होता है चुनाव प्रभावित
पिछले कुछ सालों में गुजरात, पंजाब, मणिपुर, नगालैंड, त्रिपुरा और मिजोरम में चुनावों के दौरान बड़ी मात्रा में जब्ती की गई है। आयोग ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पिछले महीने आम चुनाव की घोषणा करते हुए धन बल को एक प्रमुख चुनौती बताया था। उस दौरान चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार में राजनीतिक नेताओं की मदद करने वाले लगभग 106 सरकारी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया गया है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Yaspal

Related News