लैंड फॉर जॉब केस में ED की बड़ी कार्रवाई, लालू प्रसाद और परिवार की 6 करोड़ की संपत्ति जब्त

punjabkesari.in Monday, Jul 31, 2023 - 09:28 PM (IST)

नेशनल डेस्कः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि कथित ‘जमीन के बदले रेलवे में नौकरी' घोटाले में धनशोधन की जांच के तहत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार- उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और संबंधित कंपनियों की छह करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है।

ईडी ने एक बयान में बताया कि धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पटना, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में छह अचल संपत्तियों और दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में डी-1088 स्थित चार मंजिला बंगले को कुर्क करने के लिए एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है।

कुर्क की गई संपत्तियों में पटना के महुआबाग (दानापुर) स्थित दो भूखंड, जिनमें से एक का स्वामित्व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और दूसरे का मालिकाना हक ‘ए के इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड' (एक कंपनी जिसे प्रसाद के परिवार द्वारा नियंत्रित किया जाता है) के पास तथा पटना के बिहटा इलाके में राजद प्रमुख की सांसद बेटी मीसा भारती का एक भूखंड शामिल है।

इसके अलावा, गाजियाबाद के साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित दो औद्योगिक भूखंडों (यादव की बेटी हेमा यादव के पति और ससुर क्रमशः विनीत यादव और शिव कुमार यादव के नाम पर पंजीकृत एक-एक भूखंड) का एक हिस्सा भी कुर्क किया गया है। ईडी ने कहा कि ‘ए बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड' प्रसाद के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और चंदा यादव (राजद प्रमुख की बेटी) के स्वामित्व वाली एक ‘‘कागजी'' कंपनी है और इसका पंजीकृत पता न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र स्थित बंगला है।

ईडी ने कहा कि इन सभी संपत्तियों का संयुक्त रूप से मूल्य 6.02 करोड़ रुपये है। ईडी का मामला पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और अन्य के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी पर आधारित है। यह आरोप लगाया गया है कि वर्ष 2004-09 की अवधि में भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में कई लोगों को ग्रुप-डी के पदों पर नियुक्त किया गया, जिसके बदले उनसे लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के नाम उनकी जमीन हस्तांतरित कराई गई।

एजेंसी ने दावा किया कि लालू प्रसाद के आधिकारिक पद का दुरुपयोग करते हुए रिश्वत लेकर उनके परिवार के सदस्यों द्वारा महुआबाग (दानापुर) और बिहटा में भूखंड हासिल किया गया। कथित घोटाला केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन-एक सरकार में 2004-09 के बीच रेल मंत्री के रूप में लालू प्रसाद के कार्यकाल से संबंधित है।

ईडी ने आरोप लगाया कि राबड़ी देवी और हेमा यादव ने रेलवे में नियुक्त लोगों से ‘‘अवैध रूप से'' हासिल चार भूखंड को मेरिडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड को बेच दिया, जो राजद के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना से संबंधित कंपनी है तथा इससे प्राप्त ‘‘अपराध की आय'' राबड़ी देवी और हेमा यादव द्वारा हेराफेरी कर क्रमशः ए बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और भागीरथी ट्यूब्स को हस्तांतरित कर दिया गया।

बयान में कहा गया है कि भागीरथी ट्यूब्स हेमा यादव के ससुर और पति के नियंत्रण वाला साझेदारी फर्म है, जिसका मुख्य व्यवसाय स्थान गाजियाबाद है। राष्ट्रीय राजधानी में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की संपत्ति के बारे में ईडी ने कहा कि यह एक स्वतंत्र चार मंजिला बंगला है, जो एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर पंजीकृत था, जिसे 2011 में महज चार लाख रुपये की कीमत पर हासिल किया गया। ईडी ने पिछले कुछ महीनों में लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटियों-मीसा भारती (राज्यसभा सदस्य), चंदा यादव और रागिनी यादव का इस मामले में बयान दर्ज किया है।


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Content Writer

Yaspal

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