Xiaomi की भारतीय यूनिट पर ED की बड़ी कार्रवाई, चीनी कंपनी के गिरे शेयर

punjabkesari.in Wednesday, May 04, 2022 - 08:46 AM (IST)

नेशनल डेस्क: शाओमी इंडिया, MI ने ब्रांड नाम के तहत भारत में मोबाइल फोन यूजर्स का एक बड़ा हिस्सा कब्जा रखा है। कई चीनी कंपनियों में से एक शियोमी देश के सबसे बड़े मोबाइल ब्रांडों में से एक बन गया है। शियोमी देश में स्मार्टफोन में मार्केट लीडर है जबिक इसके अन्य डिवाइस जैसे टीवी, फिटनेस बैंड भी देश में काफी लोकप्रिय हैं। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में, शियोमी और भारत सरकार के बीच काफी परेशानी बढ़ गई है जिसके कारण भारतीय प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने कंपनी की संपत्ति को जब्त कर लिया है।

 

ईडी ने पिछले दिनों फेमा के तहत शाओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Xiaomi India) के लगभग $730mn (5,551 करोड़ रुपए) जब्त किए थे। ईडी की इस कार्रवाई के बाद हांगकांग के शेयर लिस्ट में मंगलवार सुबह Xiaomi के शेयर गिरावट के साथ दर्ज किए गए। खबर के मुताबिक Xiaomi के शेयर $11.46 (US $1.46) तक 6 प्रतिशत तक गिर गए हैं। माना जा रहा है कि Xiaomi को काफी नुकसान हुआ है।

 

जानिए क्या है पूरा मामला
एक खबर के मुताबिक, ईडी ने शियोमी पर भारत में विदेश मुद्रा कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया गयया है। ईडी के आधिकारिक ट्विटर में एक पोस्ट जारी किया गया है जिसमें एजेंसी ने खुलासा किया है कि ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के प्रावधानों के तहत बैंक खातों में पड़े मेसर्स श्याओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5551.27 करोड़ रुपए जब्त किया हैं। इसके साथ ही ईडी ने खुलासा किया है कि वह  दिसंबर 2021 से शियोमी की जांच कर रहा है जिसमें पाया गया है कि कंपनी ने तीन विदेशी-आधारित संस्थाओं को रॉयल्टी भुगतान की आड़ में धन रेमिटंस किया था।

 

ईडी ने एक बयान में बताया कि शियोमी ने विदेशों में पैसा भेजते समय बैंकों को भ्रामक जानकारी दी है। शियोमी ने इस बीच एक आधिकारिक बयान जारी किया है जिसमें शियोमी ने तीन विदेशी-आधारित संस्थाओं से किसी भी सेवा का लाभ उठाने से इनकार किया है।

 

“ये रॉयल्टी भुगतान जो शियोमी इंडिया ने किया था, वह हमारे भारतीय संस्करण उत्पादों में उपयोग की जाने वाली इन-लाइसेंस तकनीकों और आईपी के लिए था।शियोमी इंडिया के लिए इस तरह के रॉयल्टी भुगतान करना एक वैध वाणिज्यिक व्यवस्था है। कंपनी ने आगे कहा कि वह "किसी भी गलतफहमी को स्पष्ट करने" के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। जानकारी के लिए बता दें कि दिसंबर 2022 में आयकर विभाग ने ओप्पो के साथ-साथ शियोमी के कार्यालयों पर छापा मारा था।
 


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Content Writer

Seema Sharma

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