मुंबई: चुनाव परिणाम और ईवीएम बवाल पर चुनाव आयोग का रिएक्शन कहा- 'कोर्ट ऑर्डर के बिना नहीं देंगे फुटेज'

punjabkesari.in Monday, Jun 17, 2024 - 04:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के चुनाव परिणाम और ईवीएम को लेकर बवाल मचा हुआ है। मुंबई पश्चिम लोकसभा सीट से निर्वाचित सांसद रवींद्र वायकर के रिश्तेदार की ओर से कथित तौर पर 4 जून को मतगणना केंद्र के भीतर मोबाइल इस्तेमाल करने का मामला भी तूल पकड़ने लगा है। इस बीच, चुनाव आयोग ने साफ़ कर दिया है कि कोर्ट के आदेश के बिना वो सीसीटीवी फुटेज किसी को नहीं देगा। यहां तक कि पुलिस को भी यह फुटेज नहीं दिया जाएगा।

गौरतलब है कि 4 जून को मतगणना के दिन शिंदे शिवसेना गुट के नव निर्वाचित सांसद रविंद्र वायकर के रिश्तेदार की मोबाइल पर ईवीएम का ओटीपी आने की बात सामने आने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वायकर से चुनाव हारने वाले उद्धव सेना के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर ने चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में जाने की बात कही है। कीर्तिकर ने कहा कि पूरे मामले पर कानूनी विशेषज्ञों से विचार-विमर्श हो रहा है। इसमें चीफ इलेक्शन एजेंट व अन्य लोग शामिल हैं। हम हाई कोर्ट में री-काउंटिंग और सीसीटीवी फुटेज की जांच के साथ री- इलेक्शन की मांग करेंगे। हम ड्रॉफ्ट तैयार कर रहे हैं। अगले 8 से 10 दिनों में हाई कोर्ट में केस फाइल करेंगे।

PunjabKesari

मतगणना के दिन यह हुआ था -

मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट का चुनाव परिणाम पहले दिन से ही विवादों में है। इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले कई उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। इस सीट से रविंद्र वायकर री-काउंटिंग के बाद मात्र 48 वोटों से चुनाव जीते हैं। इसे लेकर मतगणना के वक्त भी काफी विवाद हुआ था। रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने कहा कि विरोध के बाद काउंटिंग सेंटर पर पोस्टल बैलेट का वेरिफिकेशन किया गया। पोस्टल बैलेट पेपर की दोबारा जांच की गई। इसमें कोई भी री-काउंट नहीं हुआ। 48 वोटों की जो लीड थी, दोचारा जांच के बाद भी वही रही। मतगणना और अज्ञात व्यक्ति के पास मोबाइल का होना, दोनों अलग-अलग मुद्दे हैं। बता दें कि अमोल कीर्तिकर को 4,52,596 वोट और रवींद्र वायकर को 4,52,644 वोट मिले थे। री-काउंटिंग के बाद वायकर 48 वोटों से विजेता घोषित किए गए।

मोबाइल इस्तेमाल मामला, 77 सीसीटीवी फुटेड की हुई जांच:  पुलिस

चुनाव आयोग की शिकायत पर शिवसेना शिंदे गुट के नवनिर्वाचित सांसद रवींद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पांडिलकर और चुनाव आयोग के एक कर्मचारी दिनेश गुरव के खिलाफ वनराई पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने दोनों को आरोपी बनाया है, उनसे जल्द ही पूछताछ की जाएगी। सबूत जुटाने के लिए पुलिस सेंटर में लगे 77 सीसीटीवी फुटेज की जांच कर चुकी है। आरोपियों के सीडीआर निकाले जा रहे है। हालांकि, दोनों में से किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

PunjabKesari

आरोप है कि लोकसभा चुनाव की मतगणना वाले दिन गोरेगांव के नेस्को वोटिंग सेंटर में मोबाइल आदि के इस्तेमाल किए जाने पर पाबंदी होने के बावजूद पांडिलकर ने कथित तौर पर मोबाइल का इस्तेमाल किया था। मंगेश को मोबाइल चुनाव आयोग के एक कर्मचारी दिनेश गुरव ने मुहैया कराया था। इस मामले की शिकायत मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त सहायक चुनाव अधिकारी सुचित्रा पाटील ने वनराई पुलिस में की थी। हालांकि, इससे पहले भी इसी लोकसभा क्षेत्र के दो अन्य उम्मीदवार सुरेंद्र अरोड़ा और भरत शाह ने वोटिंग सेंटर के अंदर मोबाइल फोन का अवैध इस्तेमाल और कथित बातचीत करने के आरोप में मंगेश पांडिलकर के खिलाफ वनराई पुलिस में लिखित शिकायत दी थी। सूत्र बताते है कि इस एफआईआर में सहायक रिटर्निंग अधिकारियों, अधीनस्थो व कर्मचारियों के भी नाम दिए गए थे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Radhika

Related News