Earthquake: भूकंप से कांपा मंडी: हिमाचल प्रदेश में सुबह-सुबह लगे भूकंप के झटके, जानें कितनी रही तीव्रता
punjabkesari.in Sunday, Apr 13, 2025 - 12:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला रविवार सुबह धरती की कंपन से थर्रा उठा। सुबह के शांत मौसम को अचानक एक हल्की गड़गड़ाहट और ज़मीन की थरथराहट ने तोड़ दिया। भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, सुबह 9 बजकर 18 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 3.4 रही और इसका केंद्र पृथ्वी से सिर्फ 5 किलोमीटर नीचे था। राहत की बात ये रही कि फिलहाल किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन यह झटका एक बार फिर हिमाचल की भूकंपीय संवेदनशीलता की ओर ध्यान खींचता है।
क्यों हिमाचल को भूकंप का खतरा ज्यादा है?
हिमाचल प्रदेश भारत के उन चुनिंदा राज्यों में है, जो भूकंपीय दृष्टि से सबसे संवेदनशील ज़ोन में आते हैं। यहां के कई क्षेत्र भूकंप जोन-IV और V में आते हैं — यानी जहां 7 से 8 या उससे अधिक तीव्रता वाले भूकंप की आशंका बनी रहती है।
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जोन V (अत्यधिक जोखिम): किन्नौर, लाहौल-स्पीति, और चंबा के कुछ हिस्से
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जोन IV (उच्च जोखिम): शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जैसे इलाके
भूकंप आता क्यों है?
धरती की सतह कई विशाल टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी होती है जो निरंतर गति में रहती हैं। जब ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती हैं या खिसकती हैं, तो ज़मीन के नीचे ज़बरदस्त दबाव बनता है। जैसे ही यह दबाव टूटता है, वह ऊर्जा कंपन के रूप में बाहर निकलती है - और तब होता है भूकंप। हालांकि रविवार के इस भूकंप ने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया, लेकिन यह एक चेतावनी है कि हिमालयी इलाकों में आपदा प्रबंधन और जागरूकता कितनी ज़रूरी है। ज़रा सी लापरवाही कभी-कभी भारी पड़ सकती है।