''कयामत की घड़ी'' ने दी चेतावनी, तबाही के और करीब पहुंची दुनिया...इतने सेकंड में सबकुछ हो जाएगा खत्म

punjabkesari.in Sunday, Feb 19, 2023 - 09:25 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दुनिया एक बार फिर प्रलय के बेहद करीब पहुंच गई है। परमाणु वैज्ञानिकों ने पिछले दिनों अपने बुलेटिन में इसको लेकर गंभीर चेतावनी दी है। विश्व में तबाही का संकेत देने वाली घड़ी ‘डूम्सडे क्लॉक’  (Doomsday Clock) को आधी रात 90 सैकेंड पर सैट किया गया है। दुनिया में तबाही का संकेत देने वाली घड़ी ‘डूम्सडे क्लॉक’ में 10 सैकेंड कम कर दिए हैं। इस घड़ी में मध्य रात्रि के 12 बजने का मतलब है कि विश्व का अंत हो जाएगा। बता दें कि यह 3 साल में पहली बार किया गया है। बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स (BAS) द्वारा इस कयामत की घड़ी में समय सैट किया जाता है।

 

इससे पहले, डूम्सडे क्लॉक (Doomsday Clock) साल 2022 से आधी रात को 100 सैकेंड पर सैट की गई थी। अब इसमें 10 सैकेंड कम कर दिए गए हैं, जो विश्व के लिए बड़े खतरे का संकेत है। बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स के CEO राहेल ब्रोंसन ने कहा कि अभी हम गंभीर खतरे के समय में जी रहे हैं और डूम्सडे क्लॉक का समय इसी वास्तविकता को दर्शाता है। तबाही के लिए जो समय निर्धारित किया गया है, उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है। अब कयामत का समय यानी आधी रात (रात 12 बजे से ) सिर्फ 90 सैकेंड दूर है। इस घड़ी में आधी रात 12 बजने का मतलब है कि दुनिया समाप्त हो जाएगी।

 

इस घड़ी में आधी रात होने में जितना कम समय रहेगा दुनिया में परमाणु युद्ध होने का खतरा उतना ही करीब होगा। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को देखते हुए वैज्ञानिकों ने परमाणु हमले की आशंका जताई है और महाविनाश के लिए सिर्फ 90 सैकेंड का समय सैट किया है। अमेरिका के वाशिंगटन डी.सी. में वैज्ञानिकों ने बताया कि तबाही के कगार पर दुनिया खड़ी है। बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स (BAS) ने इस दौरान बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध, कोरोना महामारी, जलवायु संकट और जैविक खतरा सबसे बड़ा संकट बना हुआ है।


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Content Writer

Seema Sharma

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