घबराइए मत, भारतीय वीजा सेवाएं बंद होने का ज्यादा लोगों पर असर नहीं
punjabkesari.in Thursday, Sep 21, 2023 - 07:07 PM (IST)

नेशनल डैस्क: भारत द्वारा कैनेडा में अपनी वीजा सेवाएं अस्थाई रूप से बंद किए जाने की खबर के बाद भारत में हड़कंप मचा हुआ है। खास तौर पर वे लोग परेशान हैं, जिनके परिजन कैनेडा में रहते हैं और उन्होंने परिवारों में आने वाले महीनों में पारिवारिक फंक्शन रखे हुए हैं। भारत में शादियों और त्यौहारों का सीजन अक्तूबर से शुरू होता है और इसी माह से एन.आर.आईज के भारत आगमन की शुरूआत हो जाती है और यह सिलसिला फरवरी अंत तक चलता रहता है और भारत में होने वाली शादियों और अन्य पारिवारिक समारोहों में एन.आर.आई. बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं। लिहाजा लोग परेशान हैं, लेकिन हम अपनी इस रिपोर्ट में बताने जा रहे हैं कि भारत द्वारा बंद की गई वीजा सर्विस का आम लोगों पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
क्यों नहीं पड़ेगा ज्यादा असर
कैनेडा की 2021 की जनगणना के मुताबिक भारतीयों की कैनेडा में आबादी करीब 18 लाख है और इनमें से अधिकतर भारतीय ऐसे हैं, जिनके पास भारत द्वारा जारी किया हुआ पर्सन आफ इंडियन ओरिजन कार्ड (पी.आई.ओ.) अथवा ओवरसीज सिटीजन आफ इंडिया (ओ.सी.आई.) कार्ड है। भारत द्वारा बंद की गई वीजा सर्विस का इन सभी कार्ड धारकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इनके अलावा भारत के तीन लाख से ज्यादा छात्र कैनेडा में पढ़ रहे हैं और उनके पास भारतीय पासपोर्ट है, किसी भी भारतीय पासपोर्ट होल्डर को भारत में विजिट करने के लिए किसी प्रकार के वीजा की जरूरत नहीं होती।
कितने लोगों के पास ओ.सी.आई. और पी.ओ.आई. कार्ड
भारत सरकार 9 जनवरी 2015 से पहले विदेशों में रहने वाले भारतीयों को पी.आई.ओ. कार्ड जारी करती थी, लेकिन इन कार्डस को 9 जनवरी 2015 को बंद कर दिया गया। इस स्थिति तक जितने भी भारतीयों के पास पी.आई.ओ. कार्ड थे, उन्हें ओ.सी.आई. कार्डधारक मान लिया गया। विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक कैनेडा में 15,10,645 पी.आई.ओ. कार्ड होल्डर हैं, लिहाजा इन लोगों को भारत में विजिट करने में कोई परेशान नहीं होगी। जबकि भारतीय स्टूडैंट्स भारतीय पासपोर्ट पर किसी भी समय वापस आ सकते हैं। लिहाजा इसका बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
1.86 करोड़ भारतीयों के पास पी.आई.ओ. और 40.68 लाख भारतीयों के पास ओ.सी.आई. कार्ड
विदेशों में भारत के 3 करोड़ 21 लाख नागरिक बसते हैं, जिनमें से 1 करोड़ 86 लाख, 83 हजार 645 भारतीय मूल के नागरिकों के पास पी.आई.ओ. कार्ड है, जबकि 1 करोड़ 34 लाख 59 हजार 195 लोगों का स्टेट्स एन.आर.आई. है। अब तक भारत ने कुल 40.68 लाख लोगों को ओ.सी.आई. कार्ड जारी किए हैं और पिछले पांच साल में ओ.सी.आई. कार्ड जारी करने की रफ्तार में तेजी आई है। 2005 से लेकर 2014 तक भारत द्वारा हर साल 1.70 लाख ओ.सी.आई. कार्ड जारी किए जा रहे थे, जबकि 2015 से लेकर 2021 के बीच हर साल 3.20 लाख कार्ड जारी किए गए
पी.आई.ओ. व ओ.सी.आई. कार्ड में अंतर
भारत का संविधान लागू होने के दिन (26 जनवरी 1950) तक जो व्यक्ति भारत के नागरिक थे, भारत उन्हें पहले पर्सन आफ इंडियन ओरिजन (पी.आई.ओ.) कार्ड जारी करता था। पी.आई.ओ. कार्ड होल्डर कार्ड जारी होने के 15 साल के भीतर कभी भी भारत की यात्रा कर सकते हैं लेकिन यदि आप 180 दिनों से ज्यादा भारत में रुकते हैं, तो आपको इसकी सूचना स्थानीय पुलिस स्टेशन को देनी पड़ती है। पी.आई.ओ. कार्ड होल्डर भारत की नागरिकता हासिल नहीं कर सकते।
इसके विपरीत ओ.सी.आई. कार्ड होल्डर कभी भी भारत की यात्रा कर सकते हैं और जितनी अपनी मर्जी के मुताबिक भारत में रह भी सकते हैं। उन्हें लंबी अवधि तक भारत में रहने के बावजूद इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को देने की जरूरत नहीं होती। यदि कोई व्यक्ति 5 साल तक ओ.सी.आई. कार्ड होल्डर रहता है और इस अवधि में से एक साल तक वह भारत में रहता है तो सिटीजनशिप एक्ट की धारा 5-1 (जी) के तहत वह भारत की नागरिकता हासिल करने का हकदार हो जाता है। ओ.सी.आई. कार्ड होल्डर को एन.आर.आई. की तरह भारत में शैक्षणिक और आर्थिक अधिकार मिलते हैं, लेकिन ये नागरिक भारत में न तो वोट कर सकते हैं और न ही किसी संवैधानिक पद पर रह सकते हैं।
- विदेश में कुल भारतीय- 32100340
- कुल ओ.सी.आई. कार्ड होल्डर- 40.68 लाख
- पी.आई.ओ. कार्ड होल्डर- 18683645
- एन.आर.आई.- 13459195
- कैनेडा में भारतीय- कुल आबादी 18 लाख
- पी.आई.ओ. कार्ड होल्डर- 15,10,645
- एन.आर.आई. -1,78,410
भारत की तरफ से कैनेडा में वीजा जो अस्थाई रोक लगी है, उससे मोटे तौर कैनेडा के नागरिक ही दायरे में आएंगे, क्योंकि कैनेडा में बड़ी संख्या में भारतीयों के पास पी.आई.ओ. व ओ.सी.आई. कार्ड हैं। भारतीय मूल के इन नागरिकों को अपने वतन में यात्रा करने में कोई बाधा नहीं आएगी, जबकि कैनेडा में वर्क वीजा या स्टडी वीजा पर गए भारतीयों के पास भी भारतीय पासपोर्ट हैं, वे भी किसी वक्त भारत आ सकते हैं। लिहाजा इसमें बड़ी संख्या में लोग प्रभावित नहीं होंगे।