लिवर की सूजन बन सकती है फेलियर या कैंसर का कारण, दिखे ये संकेत तो हो जाएं सावधान
punjabkesari.in Monday, Jul 28, 2025 - 03:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हर साल 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लिवर से जुड़ी इस गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, हेपेटाइटिस के कारण हर साल करीब 11 लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं।
यह बीमारी मुख्य रूप से लिवर में सूजन के रूप में सामने आती है, जो समय रहते उपचार न मिलने पर लिवर फेलियर या लिवर कैंसर जैसी जटिल स्थितियों में बदल सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, हेपेटाइटिस के लक्षणों, कारणों और बचाव के तरीकों की सही जानकारी जीवन बचा सकती है।
क्या है हेपेटाइटिस और कैसे फैलता है?
‘हेपेटाइटिस’ का अर्थ होता है – लिवर में सूजन। यह स्थिति वायरल संक्रमण, अत्यधिक शराब सेवन, विषैले पदार्थों या कुछ दवाओं के कारण उत्पन्न हो सकती है।
WHO की रिपोर्ट ‘Eliminate Hepatitis’ के अनुसार, 2015 में दुनिया भर में करीब 325 मिलियन लोग हेपेटाइटिस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें से 257 मिलियन हेपेटाइटिस B और 71 मिलियन हेपेटाइटिस C से ग्रस्त थे।
हेपेटाइटिस के पांच मुख्य प्रकार हैं:-
हेपेटाइटिस A, B, C, D और E, जिनमें B और C प्रकार सबसे अधिक गंभीर और घातक माने जाते हैं।
हेपेटाइटिस के सामान्य लक्षण
- गहरे रंग का पेशाब
- लगातार थकान, सिरदर्द
- पेट दर्द या मरोड़, मतली और उल्टी
- भूख में कमी या बिल्कुल भूख न लगना
- आंखों और त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया)
- शरीर में सूजन, खासकर टांगों में
-आंखों के नीचे थकावट के निशान या पीलापन
- अचानक वजन कम होना
बचाव और आयुर्वेदिक सुझाव
योग गुरु बाबा रामदेव के अनुसार, हेपेटाइटिस और लिवर की समस्याओं से बचने के लिए दैनिक जीवन में कुछ विशेष उपाय अपनाना बेहद जरूरी है:-
- आहार में शामिल करें: पालक, मेथी, ब्रोकली, लौकी, तोरई, भिंडी जैसी हरी सब्जियां
- जामुन का सेवन करें: प्रतिदिन 200 से 300 ग्राम
- भुई आंवला, मकोय और पुनर्नवा का जूस — लिवर डिटॉक्स में मददगार
- नींबू पानी और संतरे का सेवन — विटामिन C से भरपूर
- लहसुन खाएं: यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो लिवर में जमा फैट को घटाता है
0 ग्रीन टी का सेवन करें: इसमें मौजूद कैटेचिन लिवर की सूजन कम करने में सहायक है
सावधानियां जो अपनानी चाहिए
- साफ-सफाई का ध्यान रखें, विशेषकर खाने से पहले और बाद में हाथ धोना
- हेपेटाइटिस A और B के लिए टीकाकरण अवश्य करवाएं
- दूषित भोजन और पानी से बचें
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से परहेज करें