Birth Certificate/Aadhaar Card: अब आधार–बर्थ सर्टिफिकेट लिंकिंग होगी बिना किसी दस्तावेज़ के झंझट
punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 03:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: डिजिटल इंडिया की रफ्तार अब इतनी तेज़ हो चुकी है कि बच्चे के जन्म के साथ ही उसकी पहचान से जुड़े दस्तावेज़ तक आपस में जुड़ने लगे हैं। स्कूल में दाखिले से लेकर पासपोर्ट और सरकारी योजनाओं तक—हर जगह पहचान की पुष्टि सबसे बड़ी जरूरत रही है। इस चुनौती को खत्म करने के लिए जन्म प्रमाणपत्र और आधार को एक ही प्रक्रिया में जोड़ने का नया सिस्टम लागू किया जा रहा है, जिससे बच्चे की पहचान शुरुआत से ही एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध रहे।
जन्म होते ही कैसे जुड़ जाएगा आधार?
बच्चे के जन्म के तुरंत बाद अस्पताल उसकी जानकारी सीधे डिजिटल सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) में अपलोड कर देता है।
इसी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में:
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जन्म की तारीख व समय
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बच्चे का नाम
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लिंग
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माता–पिता का विवरण
सब एक साथ दर्ज हो जाता है।
अब इसी चरण में आधार लिंकिंग का विकल्प भी चुन सकते हैं। छोटे बच्चों के बायोमेट्रिक तुरंत नहीं लिए जाते, इसलिए शुरुआत में उन्हें एक अस्थायी आधार नंबर दिया जाता है। माता-पिता का आधार नंबर और पता CRS पोर्टल पर जोड़ते ही दोनों रिकॉर्ड अपने-आप जुड़ जाते हैं। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से न किसी ऑफिस जाने की जरूरत, न कोई लंबा फॉर्म भरना।
पहले से बने दस्तावेज़ कैसे जोड़ें? बहुत आसान तरीका
अगर बच्चा बड़ा हो चुका है या आपके पास दोनों दस्तावेज़ पहले से मौजूद हैं, तो भी लिंकिंग कुछ मिनट का काम है।
क्या करना होगा?
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सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम की वेबसाइट पर जाएं
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General Public Sign Up में अपना अकाउंट बनाएं
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लॉगिन करके Birth Registration सेक्शन खोलें
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आधार लिंकिंग टैब चुनें
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जन्म पंजीकरण नंबर, आधार नंबर और मोबाइल OTP दर्ज करें
अगर सभी जानकारी सही है, तो लिंकिंग तुरंत हो जाती है। कहीं भी डिटेल मिसमैच होने पर पहले जन्म प्रमाणपत्र में संशोधन कराना जरूरी है। कई राज्यों में यह सुविधा UIDAI केंद्रों पर भी उपलब्ध है।
लिंकिंग होने के बाद क्या बदलेगा?
एक बार बर्थ सर्टिफिकेट और आधार जुड़ जाने पर:
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स्कूल एडमिशन
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सरकारी योजनाओं का वेरिफिकेशन
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पासपोर्ट
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बीमा
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और अन्य पहचान से जुड़े सारे काम
बेहद आसान हो जाएंगे और बार-बार वही दस्तावेज़ जमा करने की झंझट खत्म हो जाएगी।
