'छात्रों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला, कभी धमकी नहीं दी', बंगाल प्रोटेस्ट वाले बयान पर ममता बनर्जी की सफाई
punjabkesari.in Thursday, Aug 29, 2024 - 01:41 PM (IST)
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को अपनी हालिया टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया और कहा कि उन्होंने हाल ही में तृणमूल छात्र परिषद के कार्यक्रम में अपने भाषण में छात्रों या उनके विरोध प्रदर्शन के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह छात्र आंदोलन का पूर्ण समर्थन करती हैं क्योंकि यह वास्तविक है।
एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "मैंने कुछ प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया में एक दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान देखा है, जो कल हमारे छात्रों के कार्यक्रम में मेरे द्वारा दिए गए भाषण के संदर्भ में चलाया जा रहा है। मैं स्पष्ट रूप से स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैंने (मेडिकल आदि) छात्रों या उनके आंदोलन के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है। मैं उनके आंदोलन का पूरी तरह से समर्थन करती हूं। उनका आंदोलन सच्चा है। मैंने उन्हें कभी धमकी नहीं दी, जैसा कि कुछ लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। यह आरोप पूरी तरह से झूठा है।"
West Bengal CM Mamata Banerjee tweets, "I detect a malicious disinformation campaign in some print, electronic and digital media which has been unleashed with reference to a speech that I made in our students' programme yesterday. Let me most emphatically clarify that I have not… pic.twitter.com/wlrXglTYnt
— ANI (@ANI) August 29, 2024
मैंने भाजपा के खिलाफ बोला- ममता बनर्जी
इसके अलावा, भाजपा पर निशाना साधते हुए सीएम ममता ने कहा कि उन्होंने भाजपा के खिलाफ इसलिए बोला क्योंकि वे लोकतंत्र को खतरा पहुंचा रहे हैं और पश्चिम बंगाल में अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने भाजपा के खिलाफ बोला है। मैंने उनके खिलाफ बोला है क्योंकि भारत सरकार के समर्थन से वे हमारे राज्य में लोकतंत्र को खतरे में डाल रहे हैं और अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र के समर्थन से वे अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और मैंने उनके खिलाफ आवाज उठाई है।"
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 28 अगस्त को अपने भाषण में उन्होंने जो वाक्यांश ("फोंश करा") का प्रयोग किया था, वह श्री रामकृष्ण परमहंस देव का एक उद्धरण था। बनर्जी ने कहा, "महान संत ने कहा था कि कभी-कभी आवाज उठाने की जरूरत होती है। जब अपराध और आपराधिक वारदातें होती हैं, तो विरोध की आवाज उठानी पड़ती है। उस बिंदु पर मेरा भाषण महान रामकृष्ण की उक्ति की ओर सीधा इशारा था।"
ममता ने 'बंगाल बंद' की निंदा की
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने बुधवार को भाजपा के 12 घंटे के 'बंगाल बंद' की निंदा की और इसे बंगाल को 'बदनाम' करने का प्रयास बताया। भाजपा के 12 घंटे लंबे 'बंगाल बंद' के आह्वान के जवाब में कल कोलकाता में तृणमूल 'छात्र परिषद' के स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर बंगाल में आग लगाने के लिए अपनी पार्टी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अगर आप बंगाल जलाएंगे, तो असम और दिल्ली भी जलेंगे!
ममता बनर्जी ने कहा, "कुछ लोग सोचते हैं कि यह बांग्लादेश है। मैं बांग्लादेश से प्यार करती हूं, वे हमारी तरह बोलते हैं और हमारी संस्कृति साझा करते हैं। लेकिन याद रखें, बांग्लादेश एक अलग देश है और भारत एक अलग देश है। मोदी बाबू अपनी पार्टी का इस्तेमाल यहां आग लगाने के लिए कर रहे हैं। अगर आप बंगाल जलाएंगे, तो असम, पूर्वोत्तर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे! हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे।" पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की टिप्पणी से भाजपा मुख्यमंत्रियों की आलोचना भड़क उठी।