धनतेरस 2025: नोट कर लें सही तारीख 18 या 19 अक्टूबर? जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और खरीदारी का सही समय
punjabkesari.in Saturday, Sep 27, 2025 - 08:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है। नवरात्रि महापर्व की समाप्ति विजयादशमी के साथ होगी, जिसके बाद देशवासी दीपावली की तैयारियों में जुट जाएंगे। पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है, जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। हर साल कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाए जाने वाले इस पर्व की तारीख को लेकर इस साल लोगों में भ्रम की स्थिति है।
धनतेरस की सही तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 18 अक्टूबर 2025 को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर होगी। वहीं, यह तिथि अगले दिन 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि और त्रयोदशी के प्रदोष काल को देखते हुए, धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर 2025, शनिवार को मनाया जाएगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 18 अक्टूबर को धनतेरस की पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 44 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। ऐसी मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में भगवान धनवंतरी और मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन और वैभव में वृद्धि होती है।
सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य का आगमन
शास्त्रों में धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी, माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। धार्मिक मान्यता है कि धनत्रयोदशी की तिथि से ही हमारे घर और परिवार में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रवेश होता है।
धनतेरस का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी शुभ तिथि पर आयुर्वेद के देवता भगवान धनवंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। यही वजह है कि इस दिन सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं को खरीदना बेहद शुभ माना गया है।
धनतेरस पर इन चीजों को खरीदना न भूलें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन कुछ चीजों की खरीदारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है। ये चीजें घर में सकारात्मकता (पॉजिटिविटी) लाती हैं और परिवार में सुख-शांति बनाए रखती हैं।
धनतेरस पर खरीदने योग्य शुभ चीजें:
सोना और चांदी: समृद्धि और ऐश्वर्य के प्रतीक।
तांबा या पीतल के बर्तन: भगवान धनवंतरी का प्रतीक।
झाड़ू: दरिद्रता को दूर करने का प्रतीक।
गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां: दिवाली पूजा के लिए।
धनिए के बीज (सूखा धनिया): धन वृद्धि के लिए।
नमक: घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए।
मान्यता है कि धनतेरस पर खरीदी गई इन चीजों की दिवाली के दिन पूजा करने से घर से दरिद्रता दूर हो जाती है और मां लक्ष्मी का स्थायी आशीर्वाद प्राप्त होता है।