भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव कम करने की सहमति, दोनों सेनाएं शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध
punjabkesari.in Thursday, May 15, 2025 - 09:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच एक सकारात्मक खबर सामने आई है। भारतीय सेना ने गुरुवार को जानकारी दी कि दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच 10 मई को हुई वार्ता के बाद, दोनों पक्षों ने सीमा पर तनाव को कम करने और सतर्कता के स्तर को घटाने के उपाय जारी रखने पर सहमति जताई है। यह निर्णय दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि यह दोनों पक्षों के बीच विश्वास निर्माण को बढ़ावा देने की दिशा में उठाया गया कदम है।
10 मई की वार्ता में क्या हुआ?
10 मई को भारतीय और पाकिस्तानी सेना के डीजीएमओ के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने सीमा पर तनाव कम करने और सैन्य गतिविधियों को नियंत्रित करने के उपायों पर चर्चा की। भारतीय सेना द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया कि दोनों देशों ने विश्वास निर्माण उपायों को जारी रखने का निर्णय लिया, जिससे सीमा पर तनाव को कम किया जा सके।
इस बैठक के दौरान यह भी तय किया गया कि भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामक या शत्रुतापूर्ण कार्रवाई करने से बचना चाहिए और "एक भी गोली नहीं चलानी चाहिए" यह प्रतिबद्धता भी दोनों देशों के बीच साझा की गई। दोनों सेनाओं ने यह भी तय किया कि सीमा और अग्रिम क्षेत्रों से सैनिकों की संख्या में कमी करने के लिए तत्काल उपाय किए जाएंगे, ताकि स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से नियंत्रित किया जा सके।
सीमा पर संघर्ष विराम की स्थिति
पिछली बार 12 मई को डीजीएमओ स्तर की वार्ता हुई थी, जिसमें संघर्ष विराम समझौते को कायम रखने पर चर्चा की गई। दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का समझौता बड़े हद तक कायम है, हालांकि कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन देखे जाने की घटनाएं सामने आईं। इसके बावजूद, दोनों सेनाओं ने एक-दूसरे पर गोलीबारी की घटनाओं को कम करने और शांति बनाए रखने की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं।
भारतीय सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने इस बारे में एक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान की सेना ने सीमा पार करके और नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी करके इन समझौतों का उल्लंघन किया। यह घटनाएं शनिवार रात और रविवार तड़के पश्चिमी मोर्चे के विस्तार में ड्रोन घुसपैठ के रूप में सामने आईं।
भारत का रुख: शांति की ओर
भारतीय सेना और सरकार ने हमेशा यह स्पष्ट किया है कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है, लेकिन शांति बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। भारतीय सेना की ओर से यह भी कहा गया कि सीमा पर सैन्य तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों को सहमति की जरूरत है और इस दिशा में किए गए कदम काफी अहम हैं।
यह सहमति भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य सहयोग और बातचीत के नए रास्ते खोल सकती है, जिससे भविष्य में सीमा पर शांति बनी रहेगी। हालांकि, इस दौरान किसी भी तरह के उल्लंघन को लेकर भारतीय सेना सतर्क है और समय-समय पर अपनी रणनीतियों को अपडेट करती रहेगी।