ऐसा लगा जमीन हिल गई, हम डरे हुए हैं...ईरान-इजराइल तनाव के बीच भारतीय छात्रों ने लगाई मदद की गुहार

punjabkesari.in Saturday, Jun 14, 2025 - 03:33 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः ईरान की राजधानी तेहरान के पास के इलाकों सहित प्रमुख सैन्य और परमाणु स्थलों को निशाना बनाकर किये गये इजराइली हवाई हमलों के बाद वहां पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने अपनी सरकार से निकासी की अपील की है। 

तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज (टीयूएमएस) में कश्मीर की एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की छात्रा तबिया जहरा ने मीडिया को बताया, ‘‘अभी स्थिति शांत है और हम सुरक्षित हैं, लेकिन हमें डर लग रहा है। हमला सुबह करीब 3:30 बजे शुरू हुआ और हमने महसूस किया कि ज़मीन हिल रही है। यह एक चिंताजनक अनुभव था।'' जहरा ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें शांत रहने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन से क्षेत्र सुरक्षित हो सकते हैं। उन्होंने सुरक्षा स्थिति के बारे में अनिश्चितता और कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट व्यवधान के कारण सीमित संचार पहुंच का हवाला देते हुए भारत सरकार से निकासी की व्यवस्था करने का आग्रह किया। 

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की एक अन्य छात्रा अलीशा रिजवी ने कहा, ‘‘दूतावास ने हमें आपातकालीन उद्देश्यों के लिए अपने स्थानीय पते और संपर्क विवरण ईमेल करने के लिए कहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘वे निकासी की आवश्यकता होने पर आंकड़े एकत्र करने का प्रयास कर रहे हैं।'' दोनों छात्र साढ़े पांच वर्षीय एमबीबीएस कार्यक्रम के द्वितीय वर्ष में हैं। ये लोग 2023 में तेहरान गए थे। उन्होंने पुष्टि की कि हमलों के बाद तेहरान के ऊपर हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है और इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। 

ईरान में बृहस्पतिवार देर रात तनाव उस वक्त बढ़ गया जब इजराइल ने ईरान में कई स्थानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किये, जिसमें नतांज में तेहरान की मुख्य परमाणु संवर्धन सुविधा, रडार स्टेशन और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल साइट शामिल थीं। कुछ प्रभावित क्षेत्रों से काला धुआं उठता देखा गया और तेहरान और पश्चिमी ईरान के अन्य हिस्सों में विस्फोटों की सूचना मिली। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बाद में पुष्टि की कि हमले ईरानी परमाणु और सैन्य बुनियादी ढांचे को लक्षित करके किए गए थे। ईरान ने भी जवाबी हमला किया। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई सहित तेहरान के शीर्ष नेतृत्व ने इजराइल को "कड़ी सज़ा" की चेतावनी दी। 

जम्मू और कश्मीर छात्र संघ ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को पत्र लिखकर ईरान में पढ़ रहे भारतीय छात्रों, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर के छात्रों की सहायता के लिए तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। पत्र में, संघ ने उभरती सुरक्षा स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कई भारतीय छात्र रणनीतिक स्थलों के पास स्थित विश्वविद्यालयों में नामांकित हैं। जम्मू और कश्मीर छात्र संघ के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी ने कहा कि कई छात्रों ने हवाई हमले के सायरन सुनने और झटके महसूस करने की सूचना दी है। उन्होंने कहा, "हमें छात्रों और उनके परिवारों से सहायता का अनुरोध करते हुए कॉल आ रहे हैं। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि यदि निकासी अपरिहार्य हो जाती है तो वह तैयार रहे और आवश्यक कदम उठाए।" 


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Content Writer

Pardeep

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