दिल्ली आश्रम केसः 12 साल की बच्ची को भी नहीं बख्शा 'वहशी बाबा' ने!

punjabkesari.in Friday, Dec 22, 2017 - 06:13 PM (IST)

नई दिल्लीः आध्यात्मिक विश्वविद्यालय नाम से आश्रम चलाने वाला बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित खुद को कृष्ण बताता था। वह हमेशा महिला शिष्यों के बीच ही रहा करता था। हद तो तब हो गई जब उसने 12 साल की बच्ची को भी नहीं बख्शा और अपनी हवस का शिकार बना लिया। बाबा बच्ची को गलत तरीके से छूता था। बांदा जिले के एक शख्स ने आरोप लगाया कि अपनी भतीजी को वह 6 महीने पहले ही माउंट आबू से लेकर आए हैं। नाबालिग बच्ची को उसकी मां 2015 में विजय विहार आश्रम में छोड़कर आई थीं। वहां से बच्ची को माउंट आबू भेज दिया गया। परिजनों ने बताया कि सभी नाबालिग बच्चियों को माउंट आबू आश्रम में भेजा जाता है, वहां बाबा उन बच्चियों का मानसिक और शारीरिक शोषण करता है। उनका दावा है कि आश्रम को पैसे का लालच देने के बाद ही उन्होंने बच्ची को वापस जाने दिया। फिलहाल परिजन पटियाला हाउस कोर्ट में केस लड़ रहे हैं।
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आसान नहीं आश्रम से बाहर निकल पाना
कई लोगों का कहना है कि आश्रम में मोबाइल नहीं ले जाने दिया जाता। बच्चों को अकेले परिजनों से नहीं मिलने दिया जाता है। इतना ही नहीं आश्रम के अंदर जाना और वापिस बाहर आना दोनों आसान नहीं है। आश्रम में दाखिल होने के लिए 7 दिन की क्लास लगानी पड़ती है। इसके अंदर रोज एक से डेढ़ घंटे का प्रवचन चलता है, जो बाबा टीवी के माध्यम से देते हैं। इसके बाद आश्रम का सदस्य बनने के लिए फर्रुखाबाद भट्टी ले जाया जाता है। वहां जाने वाला हमेशा आश्रम का हो जाता है। भट्टी के लिए पति या पत्नी में से किसी एक को ही जाने देते हैं। अगर परिवार का कोई सदस्य पहले से ही आश्रम में है तो उससे मिलने के लिए भी 7 दिन का कोर्स करना पड़ता है।
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सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से हैरानी
पुलिस सूत्रों की मानें तो हाईकोर्ट के निर्देश पर आश्रम की जांच करने पहुंची महिला आयोग और पुलिस की टीम को कुछ वीडियो मिले, जिससे बाबा की काली करतूतों का खुलासा हुआ है। आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने पर पता चला है कि वहां पर कुछ और ही होता था। फुटेज में कुछ ऐसी जगह नजर आ रही है। जिनके बारे में पता किया जा रहा है। कैमरों में बाहर और अंदर आती जाती लड़कियां भी दिखाई दे रही हैं। लड़कियां अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। जिनको विश्वास में लिया जा रहा है। बाबा कुद को भगवान कृष्ण मानता था और इसी कारण उसने 16000 महिलाओं के साथ संबंध बनाने का लक्ष्य रखा था। वह लड़कियों को गोपियां बनाकर उन्हें संबंध बनाने के लिए आकर्षित करता था।


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