दिल्ली की जहरीली हवा- सांस लेना भी हुआ मुश्किल, इमरजेंसी के करीब पहुंचा प्रदूषण

punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2019 - 09:28 AM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली और एनसीआर एक बार फिर से जहरीली धुंध के साये में लिपट गया है। दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीरतम और आपातकाल स्थिति में पहुंच गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की माने तो ऐसा हुआ है पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने, तापमान में आई कमी के चलते हवा की गति धीमी हुई जिस कारण दिल्ली की हवा पिर से जहरीली हो गई है।

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भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने ट्वीट पर कहा कि प्रदूषण को लेकर भविष्यवाणी (हरे रंग में) बताती है कि 14 नवंबर तक वायु गुणवत्ता सूचकांक और खतरनाक स्तर पर पहुंच जाएगी। खतरनाक स्तर पर पहुंचने का मतलब है कि हवाओं में प्रदूषण की इमरजेंसी लागू। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली सरकार ने गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर तीन दिनों के लिए ऑड-ईवन योजना को रोक दिया था, इसकी वजह से भी प्रदूषण बढ़ा है।

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मंगलवार को गंभीर स्थिति
दिल्ली की वायु गुणवत्ता कुछ दिन बेहतर रहने के बाद मंगलवार को ‘गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सर्दियों के आगाज के साथ ही, न्यूनतम तापमान में गिरावट से हवा में ठंडक बढ़ गई है और भारीपन आ गया है जिससे प्रदूषक तत्व जमीन के निकट जमा हो रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण ब्यूरो (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार शाम 4 बजे 425 और रात के नौ बजे 437 दर्ज किया गया।

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वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)
0-50 के बीच ‘अच्छा',
51-100 के बीच ‘संतोषजनक',
101-200 के बीच ‘मध्यम',
201-300 के बीच ‘खराब',
301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब',
401-500 के बीच ‘गंभीर'
500 के पार ‘बेहद गंभीर एवं आपात' माना जाता है।

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Seema Sharma

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