कोमा में बेटी...10 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पिता को मिला अमेरिका का वीज़ा
punjabkesari.in Saturday, Mar 01, 2025 - 04:06 PM (IST)
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नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के सतारा जिले की एक छात्रा जो एक सड़क दुर्घटना के बाद अमेरिका में कोमा में चली गई थी के पिता को बेटी से मिलने के लिए आपातकालीन वीजा मिल गया। वह अब जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। नीलम के चाचा संजय कदम ने कहा, "अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने नीलम के पिता तानाजी शिंदे को वीजा दे दिया है, जो कैलिफोर्निया के एक अस्पताल में भर्ती हैं। वह अपने भतीजे के साथ जल्द ही उड़ान भरेंगे।"
35 वर्षीय नीलम और उनके परिवार को 16 फरवरी को दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद पिछले दस दिनों से अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में वीजा के लिए अपॉइंटमेंट प्राप्त करने में कठिनाई हो रही थी। परिवार और दोस्तों ने केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल, एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले और अन्य लोगों के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार से मदद मांगी थी।
भारतीय और राज्य सरकार की सूचना पर अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने तानाजी शिंदे के लिए विशेष वीजा नियुक्ति दी, जिससे अब वह अपनी बेटी से मिल सकेंगे।
तानाजी शिंदे ने सरकार का किया आभार व्यक्त
तानाजी शिंदे ने कहा कि "मैं केंद्र और राज्य सरकार का आभारी हूं। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने भी वीजा अपॉइंटमेंट के लिए हमारी मदद की। अब, मैं अपनी बेटी से मिलने जाना चाहता हूं और उसके ठीक होने पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं,"
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि अमेरिका में अस्पताल में भर्ती महाराष्ट्र की लड़की के पिता को वीजा मिल गया है। इस मामले को व्यक्तिगत रूप से देखने के लिए केंद्रीय विदेश मंत्रालय और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को धन्यवाद।"
सुप्रिया सुले ने ट्वीट किया, "तानाजी शिंदे के लिए वीजा हासिल करने में त्वरित मदद के लिए आभारी हूं, जिससे वह इस महत्वपूर्ण समय के दौरान अमेरिका में अपनी अस्पताल में भर्ती बेटी नीलम शिंदे के साथ रह सके। आपकी त्वरित मदद के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को धन्यवाद।"
बता दे कि 35 वर्षीय नीलम शिंदे की बाइक 14 फरवरी को एक वाहन की चपेट में आ गई, जिसके कारण उसे गंभीर चोटें आईं। सिर, हाथ, पैर और छाती पर गंभीर चोटों के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। नीलम के परिवार के अनुसार, उन्हें 16 फरवरी को उसके रूममेट्स से दुर्घटना की जानकारी मिली, और तब से वे उसके पिता के लिए आपातकालीन वीजा प्राप्त करने की कोशिश कर रहे थे।
नीलम को तुरंत सर्जरी करानी पड़ी, जिसके लिए अस्पताल ने एक ईमेल के जरिए सहमति मांगी और परिवार के सदस्यों को संयुक्त राज्य अमेरिका आने के लिए कहा।
नीलम का परिवार बताता है कि वह कैलिफोर्निया में 5 साल के मास्टर ऑफ साइंस कोर्स के लिए गई थी। वह लास्ट ईयर की स्टूडेंट थी। नीलम का परिवार सतारा के उमब्रज के पास वडगांव में रहता है।