15 दिन से घर नहीं लौटी नर्स मां को देख फूट-फूट कर रो पड़ी बच्ची, Video देख भावुक हुए सीएम येदियुरप्प
punjabkesari.in Thursday, Apr 09, 2020 - 02:14 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कर्नाटक में वायरल एक वीडियो ने सभी को भाव विभोर कर दिया है जिसमें अपनी मां से मिलने के लिए बेकरार एक छोटी-सी बच्ची दूर से अपनी मां को देख कर रोती दिखाई दे रही है। उसकी मां नर्स है और कोविड-19 के लिए अपनी ड्यूटी के चलते एक पखवाड़े से घर नहीं लौटी है। इस वीडियो के वायरल होने पर मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने पराचिकित्सा कर्मी से बुधवार को बात की और उसके समर्पण की प्रशंसा की।
This Nurse from Karnataka who is fighting India's War against #COVID2019 can't hold Her 3 year daughter even as She cries few feet away.
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) April 8, 2020
Countless "Angels in White" are sacrificing a lot for Citizens. Let us stay indoors & ensure this menace ends soon.#ThankYouCoronaWarriors pic.twitter.com/DmXdVQ8uBY
सुगंधा उत्तर कर्नाटक में बेलागवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कोविड-19 वार्ड में पिछले 15 दिनों से बिना घर गए और तीन साल की अपनी बेटी से मिले बिना लगातार काम कर रही है। अपने पिता के साथ दुपहिये वाहन पर बैठ कर अपनी मां से मिलने बच्ची अस्पताल के पास पहुंची। वीडियो में वह अस्पताल के प्रवेश द्वार से कुछ दूरी पर खड़ी अपनी मां की ओर हाथ हिलाते तथा रोती दिख रही है। मां भी भावुक दिख रही है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। नर्स के समर्पण और मां तथा बच्चे के बीच दूरी ने लोगों का दिल छू लिया। इसके चलते येदियुरप्पा ने सुगंधा से फोन पर बात की।
येदियुरप्पा को सुगंधा से फोन पर कहते हुए सुना गया कि आप अपनी बच्ची को देखे बिना कड़ी मेहनत कर रही हैं। मैंने इसे टीवी पर देखा। कृपया सहयोग करें। आपको भविष्य में बेहतर अवसर मिलेंगे। मैं आपके लिए देखूंगा। ईश्वर आपका भला करे। इस बातचीत की रिकॉर्डिंग मीडिया को जारी की गई। बाद में नर्स को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कोविड-19 को रोकने के लिए उसकी तरह काम कर रहे डॉक्टरों, नर्सों, एएचएसए (स्वास्थ्य) कर्मियों, पुलिस, निकाय कर्मचारियों, सरकारी कर्मचारियों की निस्वार्थ सेवा की तारीफ की। एक विज्ञप्ति के अनुसार, टेलीफोन पर बातचीत के दौरान नर्स द्वारा उठाए गए स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों की चिंताओं पर विचार करने का आश्वासन देते हुए येदियुरप्पा ने पत्र में कहा कि उन्हें हल करना सरकार की प्राथमिकता है और कोविड-19 स्थिति के एक बार नियंत्रण में आने के बाद वह खुद इन पर गौर करेंगे।