चक्रवात ताउतेः नौसेना ने आईएनएस तलवार समेत तीन जहाजों को किया तैनात

punjabkesari.in Monday, May 17, 2021 - 11:40 PM (IST)

नई दिल्लीः चक्रवात ताउते के कारण पश्चिमी तट पर बनी विषम परिस्थितियों के बीच भारतीय नौसेना ने मुंबई तट के पास दो नौकाओं में सवार 400 से ज्यादा लोगों को बचाने के लिये अपने अग्रिम पंक्ति के तीन युद्धपोतों को तैनात किया है। नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि बेहद विपरीत मौसमी परिस्थितियों और काफी अशांत समुद्र में ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर' पर सवार 137 में से 38 लोगों को बचा लिया गया है।

नौसेना के अधिकारी ने बताया कि दो नौकाओं की मदद के लिए आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस तलवार को तैनात किया गया है। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने बताया, ‘‘ बंबई हाई इलाके में स्थित हीरा तेल क्षेत्र में नौका ‘पी-305' की मदद के लिए आईएनएस कोच्चि को बचाव में मदद के लिए भेजा गया है, उस नौका पर 273 लोग सवार हैं। उन्होंने बताया कि आईएनएस तलवार को भी खोज एवं राहत अभियान के लिए तैनात किया गया है। 

कमांडर मधवाल ने बताया, ‘‘ ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर' नामक नौका से भी आपात संदेश मिला था जिस पर 137 लोग सवार हैं और वह मुंबई तट से आठ नॉटिकल मील दूर स्थित है जिसकी मदद के लिए आईएनएस कोलकाता को रवाना किया गया है। '' उन्होंने बताया कि अन्य पोत और विमान भी ताउते तूफान के मद्देनजर मानवीय सहायता एवं आपदा राहत के लिए तैयार हैं।

कमांडर मधवाल ने कहा कि इससे पहले दिन में अरब सागर में चक्रवात की वजह से डावांडोल हुए भारतीय टगबोट 'कोरोमंडल सपोर्टर IX' के फंसे हुए चालक दल के चार सदस्यों को नौसेना के एक हेलिकॉप्टर के जरिये बचाया गया। उन्होंने कहा कि समुद्र में फंसे इस पोत के मशीनरी वाले हिस्सों में पानी भर गया था, जिसकी वजह से यह संचालन में अक्षम हो गया और इसकी विद्युत आपूर्ति भी बंद हो गई।

उन्होंने कहा, “अरब सागर में फंसी भारतीय नौके के आपात संदेश के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए कर्नाटक के मेंगलुरु के उत्तर पश्चिम में फंसे ‘कोरोमंडल सपोर्टर IX' के चालक दल को बचाने के लिये नौसेना के हेलिकॉप्टर को रवाना किया गया।”

नाव से बचाव के प्रयासों के नाकाम होने के बाद हेलिकॉप्टर को भेजा गया। चक्रवात के मद्देनजर नौसेना की तैयारियों के बारे में प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय नौसेना के 11 गोताखोर दल तैयार रखे गए हैं, ताकि तूफान प्रभावित राज्यों से अनुरोध प्राप्त होने की स्थिति में इनकी सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।

उन्होंने कहा कि त्वरित कार्रवाई और सहायता कार्यों के लिए बारह बाढ़ राहत दलों एवं चिकित्सा दलों को तैनात किया गया है। कमांडर मधवाल ने कहा, “चक्रवात के बाद जरूरत पड़ने पर तत्काल ढांचागत मरम्मत करने के लिए मरम्मत एवं बचाव दल का भी गठन किया गया है।” 


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Content Writer

Yaspal

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