पत्थरों के जख्म भूल कश्मीर में अपनापन बांट रहे CRPF के जवान

punjabkesari.in Tuesday, May 22, 2018 - 03:51 PM (IST)

श्रीनगर : हमें फिक्र नहीं अपने जान-ए-अहवाल की, संजीदा हैं अपनों की मोहब्बत को लेकर। ये चंद अल्फाज इन दिनों जम्मू-कश्मीर में तैनात सी.आर.पी.एफ . सहित अन्य सुरक्षाबलों पर बेहद सटीक बैठ रहे हैं। दरअसल, घाटी में इन दिनों सुरक्षाबलों को लेकर एक गहरी साजिश रची जा रही है। साजिश रचने वाले हैं घाटी में सक्रिय आतंकियों के चंद हमदर्द। ये हमदर्द लगातार सोशल मीडिया पर तमाम भावनात्मक तस्वीरें डालकर सुरक्षाबलों के प्रति नफरत फैलाने की साजिश कर रहे हैं।  इन साजिशकर्ताओं की कोशिश है कि वे सोशल मीडिया में तमाम भावनात्मक तस्वीरों और बयानों के जरिए सुरक्षाबलों को घाटी का सबसे बड़ा दुश्मन साबित कर दें। अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद आतंकियों के ये हमदर्द अपने मंसूबों को मुकाम तक नहीं पहुंचा पर रहे है। इसकी सबसे बड़ी वजह हैं घाटी में मौजूदा अमनपसंद लोग। इन अमनपसंद लोगों ने आतंकियों के हमदर्दों को करारा जवाब देते हुए सोशल मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।

 


सोशल मीडिया में आई इन तस्वीरों में दिखाया गया है कि किस तरह सुरक्षाबलों के जवान कश्मीरी नागरिकों की जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। तस्वीरों में कहीं एक जवान को किसी बुजुर्ग को सहारा देते हुए दिखाया गया है तो कहीं बच्चों से हाथ मिलाते हुए सी.आर.पी.एफ . के जवान को दिखाया गया है। इन तस्वीरों के जरिए अमनपसंद कश्मीरी युवाओं ने साफ कर दिया है कि आतंक के हमदर्द चाहें कितना भी सुरक्षाबलों के अहवाल (छवि) को बदरंग करने की कोशिश करें, लेकिन वे ऐसा होने नहीं देंगे।  वहींए घाटी में जवानों ने भी सुरक्षाबलों के प्रति नफरत फैलाने की कोशिश करने वालों के प्रति अपना रुख साफ कर लिया है। अब उनको न हीं अपनी जान की फिक्र है और न ही अपने अहवाल की। उनका मानना है कि घाटी में उनसे मोहब्बत रखने वाले कश्मीरियों की तादाद नफरत के सौदागरों से कहीं अधिक है। 

 


सी.आर.पी.एफ . के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आतंकियों ने उनके कुछ अपनों को बरगलाकर पराया करने की कोशिश की है। हमारी कोशिश है कि अपने व्यवहार और मोहब्बत से दोबारा उन्हें अपना बना लिया जाए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News