एटीएम ठगों को क्राइम ब्रांच पहुंचा रही है सलाखों के पीछे,  किए 7 शातिर गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Oct 28, 2022 - 06:42 PM (IST)


चंडीगढ़, 28 अक्तूबर -(अर्चना सेठी) हरियाणा पुलिस की एटीएम फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन सेल (एएफआईसी) अनट्रेस केसों को सुलझा कर शातिर एटीएम ठगों को जेल पहुँचाने का कार्य कर रही है। पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि एएफआईसी फरीदाबाद यूनिट ने तीन शातिर एटीएम ठगों को जेल पहुँचाने में सफलता हासिल की है।

 

शिकायतकर्ता ने अनजान आरोपियों के खिलाफ मार्च महीने में जिला पुलिस को शिकायत दी थी कि 23 मार्च,2022 को वह अपनी पत्नी के साथ सुबह 7.30 बजे गुरुद्वारा चौक पर 1000 रुपए निकलवाने गया था।  उसी दौरान वहां दो अज्ञात व्यक्तियों ने यह कहकर एटीएम ले लिए किया की आपका एटीएम अभी अच्छी तरह बंद नहीं हुआ है।  घर आने के बाद शिकायतकर्ता को पैसे कटने का मैसेज आया और उससे पता चला की उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। इस केस की तफ्तीश के बाद अज्ञात व्यक्तियों ने उसका एटीएम बदलकर उसके साथ 1 लाख 5 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। उपरोक्त केस को जिला पुलिस द्वारा अनट्रेस घोषित कर दिया गया था। उपरोक्त केस का अनुसंधान फिर से स्टेट क्राइम ब्रांच द्वारा शुरू किया गया। केस की जिम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध द्वारा एएफआईसी फरीदाबाद यूनिट को सौंपी गई, जिसमें अनुसंधान अधिकारी एएसआई शीतल शर्मा द्वारा आगामी कार्रवाई की गई।

 

प्रवक्ता ने बताया कि अनुसंधान अधिकारियों द्वारा तफ्तीश के दौरान खातों में हुई ट्रांजेक्शन की जानकारी पेटीएम से मांगी गई।  जहाँ से जानकारी प्राप्त होने पर आरोपी अनिल वर्मा, पुत्र धनपत निवासी दिल्ली व दीपक शाह को गिरफ्तार किया गया।  अनुसंधान के दौरान आरोपियों से एक कार्ड स्वैप मशीन भी बरामद की है जिसके द्वारा आरोपी पीड़ितों की रकम ठगने का काम करते थे।  इसके अलावा, तफ्तीश के दौरान एक और आरोपी आशीष कुमार पुत्र कनिक मंडल निवासी बल्लभगढ़ का नाम सामने आया जिसे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। अनुसंधान के दौरान पता चला था कि आरोपियों द्वारा 25 हजार रुपये की रकम तीन बार अनिल वर्मा के खाते में भेजी गई थी और बाकी 30 हजार रुपये आरोपियों द्वारा एटीएम से निकाले गए थे। आरोपियों से कार्ड स्वैप मशीन के अलावा करीबन 75 हजार रुपये की रिकवरी भी की गई है। अनुसंधान टीम में एएसआई शीतल, एएसआई विक्रम व एएसआई मनमोहन शामिल रहे।
 


प्रवक्ता ने बताया कि क्राइम ब्रांच की एएफआईसी फतेहाबाद यूनिट ने 3 अलग मामलों में 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।  उन्होंने बताया कि शहर टोहाना वासी नीलू अत्रि ने पिछले वर्ष दिसंबर 2021 में शिकायत दी थी कि उसका बैंक अकाउंट यूनियन बैंक में है।  वह अपना नए एटीएम का पिन कोड बदलने के लिए एटीएम पर गई थी और वहां 2 अज्ञात व्यक्तियों ने उसे बातचीत में उलझा कर उसका एटीएम बदल दिया।  पैसे निकलने का मैसेज अगले दिन फ़ोन पर आने पर शिकायतकर्ता को उसके साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। बैंक में जाकर स्टेटमेंट निकलवाने पर पता चला कि उसके साथ 99200 रूपए की ठगी हुई है। उक्त केस आगामी कार्रवाई के लिए क्राइम ब्रांच के पास जुलाई माह में आया था जिसमें अनुसंधान अधिकारी एसआई कृष्ण ने जांच करते हुए आरोपी सन्नी कुमार पुत्र सुभाष चन्द्र वासी गांव नहला जिला फतेहाबाद को गांव पेटवाड़ से गिरफ्तार करके धोख धड़ी करके चुराए गए रुपयों में 20000 रुपये बरामद किए।  


वहीं ऐसे ही एक अन्य केस में पिछले वर्ष दिसंबर 2021 में भाटिया कॉलोनी, फतेहाबाद निवासी सतनाम सिंह पुत्र डलवाया के साथ एटीएम फ्रॉड को अंजाम दिया गया था।  शिकायतकर्ता के अनुसार उसने अपना एटीएम अपनी पत्नी और अपने साले को दे दिया था और एटीएम मशीन पर पैसे निकासी की प्रक्रिया को समझाने के लिए ठगों ने उनका कार्ड बदल दिया था। फ़ोन पर मैसेज आने पर पता चला कि उनके साथ तकरीबन 71000 रुपये की ठगी को अंजाम दिया है। अनुसंधान अधिकारी एसआई कृष्ण कुमार द्वारा केस पर काम किया गया और इस अनट्रेस मुकद्दमे से सम्बन्धित रिकार्ड हासिल किया गया। इसके अतिरिक्त, तीसरे मामले में फरवरी 2022 में शिकायतकर्ता प्रेम दास पुत्र श्री तारा चन्द निवासी आज़ाद नगर फतेहाबाद तहसील ने शिकायत दी कि उसके बुजुर्ग पिता एटीएम से पैसे निकलवाने गए थे। वह एक हाथ से विकलांग भी है।  वहां पर 2-3 लड़कों ने एटीएम के अन्दर उसके वृद्ध पिता से एटीएम बदल कर उसके साथ 66850 रुपये की धोखाधड़ी की और उनका एटीएम बदल दिया। उक्त केस पर काम करते हुए अनुसंधान अधिकारी एसआई कृष्ण कुमार ने आरोपी बंटी पुत्र सुभाष चन्द्र वासी गांव नहला जिला फतेहाबाद जो कि वर्तमान में दिल्ली रह रहा था गिरफ्तार करके धोखाधड़ी करके चुराये गये रुपयों में 5000 रुपये बरामद किये गये । 

 

प्रवक्ता ने बताया कि पलवल जिले आईसीआईसी बैंक के एटीएम बूथ पर तीन लडक़ों ने शिकायतकर्ता के साथ धोखाधड़ी कर एटीएम कार्ड बदल दिया।  कार्ड बदलकर पीडि़त को अन्य बैंक का एटीएम कार्ड थमाकर उसके खाते से 91, 000 रुपये निकाल लिए।  क्राइम ब्रांच को यह केस जुलाई माह को मिला था। अनुसंधान अधिकारी एसआई सतबीर ने केस पर कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की और पलवल और फरीदाबाद की एएफआईसी की टीम के संयुक्त प्रयास से आरोपी कृष्ण व चरण निवासी पलवल को गिरफ्तार किया।  

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध ने बताया कि अनुसंधान के दौरान अक्सर देखने को आया है कि ऐसे केस में बुजुर्ग लोगों जल्दी शिकार बनते है।  चूँकि एटीएम का इस्तेमाल करते समय ये लोग अक्सर सहायता मांग लेते हंै जिसका ठग फायदा उठाते हैं। बुज़ुर्गों को एटीएम का इस्तेमाल अपने परिवारजन की सहायता से ही करना चाहिए।  किसी भी एटीएम मशीन पर देर रात या दोपहर के वक्त ना जाएँ।  ठग अक्सर ऐसे समय पर आते हंै जब एटीएम में ज़्यादा भीड़ नहीं होती है।  एटीएम से पैसा निकालते हुए कीपैड को जरूर ढकें।

 

 


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News Editor

Archna Sethi

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