CORONA VIRUS: भारत में बढ़ रहा है कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा -ICMR

punjabkesari.in Friday, Apr 10, 2020 - 12:35 PM (IST)

नई दिल्ली : कोरोना वायरस का असर अब भारत में तेजी से देखने को मिल रहा है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 6412 हो गई है, जबकि 199 लोगों की मौत हो चुकी है। इन सबके बीच इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने देश को खतरे के संकेत देते हुए बताया है कि उनकी ओर से देशभर के अलग-अलग जिलों से लिए गए कोरोना वायरस मरीजों के नमूनों और उनकी केस हिस्ट्री की जानकारी में जो आंकड़े सामने आए हैं, उससे देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन (Community Transmission) का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। ICMR ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा न के बराबर है।

ये आंकड़े आए है सामने 
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) की टीम ने 15 फरवरी और 2 अप्रैल के बीच कोविड-19 से संक्रमित 5,911 मरीजों की जांच की इसमें से 104 मरीजों कोरोना पॉजिटिव पाए गए। ये सभी मरीज 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशा के 52 जिलों से थे जांच में इन पॉजिटिव मरीजों में से 40 मरीजों ने कभी विदेश यात्रा नहीं की और न ही इनका संबंध कभी किसी विदेशी यात्री से रहा। 15 राज्यों के 36 जिलों में ऐसे मरीजों में कोरोना का संक्रमण देखने को मिला जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। ICMR की रिपोर्ट में कहा गया है जिन जिलों में इस तरह के मरीज ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। वहां और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना के खतरे को लेकर ICMR ने जब 14 मार्च को अपनी रिपोर्ट दी थी तब उसने कम्युनिटी ट्रांसमिशन के खतरे को पूरी तरह से नकार दिया था।

ये होता है कम्युनिटी ट्रांसमिशन 
ये वायरस सोसायटी में घुसकर बहुत बड़ी संख्या में लोगों को बीमार करने लगे कमजोर इम्युनिटी वाले मरीजों की मौत होने लगे। लेकिन साथ ही साथ एक बार बीमार हो चुके लोगों में इसके लिए इम्युनिटी पैदा हो जाए और आखिर में वायरस कुछ न कर सके। इसे प्रतिरक्षा का सिद्धांत कहते हैं कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू होते ही ये हालात आते ही हैं रोग प्रतिरक्षा पैदा होने में कितना वक्त लगता है।


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Author

Riya bawa

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