600 पाकिस्तानियों से संपर्क, खुफिया जानकारी कर रहा था शेयर... काशी से UP ATS ने उठाया एक और जासूस
punjabkesari.in Thursday, May 22, 2025 - 07:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए वाराणसी से एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के दोशीपुरा इलाके से की गई है। आरोपी का नाम तुफैल है जो भारत में रहते हुए पाकिस्तान के कई लोगों के संपर्क में था और देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुका था तुफैल
ATS की जांच में यह सामने आया है कि तुफैल पाकिस्तान के लगभग 600 लोगों के सीधे संपर्क में था। वह भारत की सुरक्षा व्यवस्था और संवेदनशील स्थानों की जानकारी पाकिस्तानी नंबरों पर साझा कर रहा था। तुफैल भारत के राजघाट, नमो घाट, ज्ञानवापी, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया, जामा मस्जिद और रेलवे स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण स्थलों की तस्वीरें और सूचनाएं पाकिस्तान भेज रहा था।
‘गजवा ए हिन्द’ और शरीयत लागू करने का फैला रहा था प्रचार
जांच में यह भी सामने आया है कि तुफैल पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेताओं के वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में साझा करता था। वह ‘गजवा ए हिन्द’ का समर्थन करता था और बाबरी मस्जिद का बदला लेने जैसे उकसावे वाले संदेश लोगों को भेजता था। इसके साथ-साथ वह भारत में शरीयत कानून लागू करने की वकालत भी करता था।
सोशल मीडिया के जरिए फैला रहा था नफरत का जाल
ATS के मुताबिक तुफैल फेसबुक के जरिए पाकिस्तान के फैसलाबाद की रहने वाली एक महिला नफीसा के संपर्क में आया था। नफीसा के पति का संबंध पाकिस्तानी सेना से है। तुफैल के सोशल मीडिया खातों की जांच में यह पाया गया कि उसने पाकिस्तान से चलने वाले कई ग्रुप्स के लिंक वाराणसी के अन्य लोगों को भेजे थे, जिससे यह अंदेशा है कि वह अन्य लोगों को भी इस नेटवर्क में जोड़ने की कोशिश कर रहा था।
वाराणसी में छिपा था पाकिस्तानी एजेंट
तुफैल वाराणसी के आदमपुर इलाके में रह रहा था। ATS को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली कि वह पाकिस्तानियों के संपर्क में है और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है, टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है और उसे कोर्ट में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
आतंकी संगठन के वीडियो और फोटो करता था शेयर
तुफैल की गतिविधियां सिर्फ बातचीत तक सीमित नहीं थीं। वह पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर करता था। इन वीडियो में भारत विरोधी भाषण और कट्टरपंथी विचारधाराएं फैलाई जाती थीं।
ATS की सक्रियता से टली बड़ी साजिश
अगर समय रहते तुफैल की गिरफ्तारी न होती, तो वह भारत की आंतरिक सुरक्षा को भारी नुकसान पहुंचा सकता था। ATS की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने देश को एक बड़ी साजिश से बचा लिया।