पाकिस्तान का ये नंबर अगर गलती से भी उठा लिया तो पड़ जाएंगें मुश्किल में, जानिए कैसे

punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 02:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सीमा पर शांति की बात करने वाला पाकिस्तान अब भारत के खिलाफ एक नई जंग छेड़ रहा है – साइबर वारफेयर की। ताजा अलर्ट के अनुसार भारत में कई लोगों को +91 से शुरू होने वाले कुछ खास मोबाइल नंबरों से संदिग्ध कॉल्स आ रही हैं जो बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं। ये कॉल्स दरअसल फर्जी (स्पूफ) होती हैं जो दुश्मन देश की ओर से भारतीय नागरिकों की निजी जानकारी चुराने की साजिश का हिस्सा हैं।

स्पूफिंग टेक्नोलॉजी से होता है नंबर का जाल

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक दुश्मन देश की साइबर टीम स्पूफिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है। इसका मतलब है कि असली नंबर छिपाकर आपको कोई दूसरा नंबर दिखाया जाता है। उदाहरण के लिए +91 7340921702 जैसे नंबर दिख सकते हैं लेकिन असल में कॉल पाकिस्तान या अन्य देशों से हो रही होती है। आम लोग सोचते हैं कि यह कोई भारतीय नंबर है और बात करने लगते हैं लेकिन यहीं से खतरा शुरू हो जाता है।

कॉल उठाते ही हो सकता है फोन हैक

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे ही आप कॉल उठाते हैं या फर्जी लिंक पर क्लिक करते हैं आपका फोन हैक या ट्रैक किया जा सकता है। आपके फोन का कैमरा, माइक, लोकेशन और डाटा आसानी से हैकर्स के हाथ लग सकता है। यहां तक कि आपकी बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी और सोशल मीडिया पासवर्ड भी चुराए जा सकते हैं।

व्हाट्सएप पर फाइल्स और लिंक के जरिए भी हमला

सिर्फ कॉल ही नहीं, कुछ यूजर्स को WhatsApp पर संदिग्ध लिंक, वीडियो या फाइल्स भेजी जा रही हैं। इन पर क्लिक करते ही मैलवेयर आपके मोबाइल या लैपटॉप में इंस्टॉल हो सकता है जिससे आपका पूरा सिस्टम कंट्रोल में लिया जा सकता है। कई बार ये फाइल्स राष्ट्रविरोधी सामग्री भी हो सकती हैं जिससे कानूनी मुसीबतें बढ़ सकती हैं।

संदिग्ध कॉल्स से कैसे बचें?

  • अगर कोई अनजान नंबर से कॉल आए तो उसे रिसीव न करें

  • इंटरनेशनल कोड (+92 या अन्य विदेशी नंबर) से आने वाली कॉल्स से सावधान रहें

  • कभी भी किसी को OTP, बैंक डिटेल्स या पहचान से जुड़ी जानकारी न दें

  • WhatsApp पर अज्ञात लिंक या फाइल्स न खोलें

  • अगर ऐसा कुछ होता है तो तुरंत इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन या https://cybercrime.gov.in पर करें

डिजिटल सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है

भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां लगातार ऐसे साइबर हमलों पर नजर रख रही हैं लेकिन हर नागरिक की भी जिम्मेदारी है कि वह सतर्क और जागरूक रहे। ये हमले सिर्फ डेटा चोरी नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला बन सकते हैं। ऐसे में डिजिटल सतर्कता और साइबर जिम्मेदारी ही आज का असली देशभक्त कदम है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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