नारायण गुरु की विरासत पर ‘‘कब्जा'' करना चाहती है BJP: सोनिया
punjabkesari.in Wednesday, Dec 30, 2015 - 06:25 PM (IST)

वर्कला: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाजपा पर परोक्ष हमला बोलते हुए आज कहा कि ‘‘साम्प्रदायिक विचारधारा और व्यक्तियों’’ द्वारा राजनीतिक हित साधने के लिए ‘‘पूर्वाग्रह और कट्टरता’’ फैलाकर प्रख्यात सामाज सुधारक नारायण गुरू की विरासत पर ‘‘कब्जा’’ करने का प्रयास किया जा रहा है। सोनिया ने शिवगिरि मठ के अपने दौरे के दौरान यह टिप्पणी की। सोनिया ने यह टिप्पणी एेसे समय की है जब प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने नारायण गुरू को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए 15 दिसम्बर को मठ का दौरा किया था। केरल में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होना है।
मोदी ने तब कांग्रेस पर संसद की कार्यवाही लगातार बाधित करने को लेकर निशाना साधा था और उस पर ‘‘लोकतंत्र का मजाक’’ बनाने का आरोप लगाया था। प्रधानमंत्री ने साथ ही कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया था कि उसने देश को ‘‘बर्बाद’’ करने का निर्णय कर लिया है क्योंकि वह लोकसभा चुनाव में हार पचा नहीं पा रही है। सोनिया ने यहां नारायण गुरू के धाम शिवगिरि मठ में 83वीं वार्षिक तीर्थयात्रा का उद्घाटन भाषण देते हुए कहा कि गुरू की शिक्षाओं को साम्प्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है और यह उनके साथ ‘धोखे’ के बराबर है।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि नारायण गुरू से इससे बड़ा विश्वासघात नहीं हो सकता कि उनकी विरासत पर साम्प्रदायिक विचारधारा एवं व्यक्तियों द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है जिनका उद्देश्य पूर्वाग्रह, कट्टरता फैलाकर एवं समाज को बांटकर राजनीतिक सत्ता प्राप्त करना है।’’ नारायण धर्म परिपालना संगम (एसएनडीपी) योगम द्वारा केरल में भाजपा के साथ गठबंधन करने की पृष्ठभूमि में सोनिया का यह बयान महत्वपूर्ण है। केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और एसएनडीपी संख्याबल के हिसाब से मजबूत पिछड़े एझावा समुदाय का एक संगठन है।
मोदी ने तब कांग्रेस पर संसद की कार्यवाही लगातार बाधित करने को लेकर निशाना साधा था और उस पर ‘‘लोकतंत्र का मजाक’’ बनाने का आरोप लगाया था। प्रधानमंत्री ने साथ ही कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया था कि उसने देश को ‘‘बर्बाद’’ करने का निर्णय कर लिया है क्योंकि वह लोकसभा चुनाव में हार पचा नहीं पा रही है। सोनिया ने यहां नारायण गुरू के धाम शिवगिरि मठ में 83वीं वार्षिक तीर्थयात्रा का उद्घाटन भाषण देते हुए कहा कि गुरू की शिक्षाओं को साम्प्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है और यह उनके साथ ‘धोखे’ के बराबर है।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि नारायण गुरू से इससे बड़ा विश्वासघात नहीं हो सकता कि उनकी विरासत पर साम्प्रदायिक विचारधारा एवं व्यक्तियों द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है जिनका उद्देश्य पूर्वाग्रह, कट्टरता फैलाकर एवं समाज को बांटकर राजनीतिक सत्ता प्राप्त करना है।’’ नारायण धर्म परिपालना संगम (एसएनडीपी) योगम द्वारा केरल में भाजपा के साथ गठबंधन करने की पृष्ठभूमि में सोनिया का यह बयान महत्वपूर्ण है। केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और एसएनडीपी संख्याबल के हिसाब से मजबूत पिछड़े एझावा समुदाय का एक संगठन है।