Indigo संकट पर कांग्रेस का बयान- बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं परेशान, लेकिन मोदी सरकार गायब है
punjabkesari.in Friday, Dec 05, 2025 - 01:29 PM (IST)
नेशनल डेस्क: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में जारी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। इंडिगो की 1,300 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिसके कारण देशभर के एयरपोर्ट पर हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बड़े पैमाने पर हुए कैंसिलेशन के बीच कांग्रेस सरकार ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस ने शेयर किया पोस्ट
कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट शेयर कहा कि 'आज इंडिगो ने अपनी सारी फ्लाइट रद्द कर दी हैं। बीते तीन दिन में 1,300 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं। बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं परेशान हैं। यात्री घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। यात्रियों को न खाना मिल रहा और न पानी इन सबके बीच मोदी सरकार और उनका नागरिक विमानन मंत्रालय गायब है। न कोई जिम्मेदारी, न जवाबदेही.. मोदी सरकार ने यात्रियों को उनके हाल पर छोड़ दिया है।'
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आज इंडिगो ने अपनी सारी फ्लाइट रद्द कर दी हैं। बीते तीन दिन में 1,300 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं।
— Congress (@INCIndia) December 5, 2025
• बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं परेशान हैं
• यात्री घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं
• यात्रियों को न खाना मिल रहा और न पानी
इन सबके बीच मोदी सरकार और उनका नागरिक विमानन… pic.twitter.com/WgWfC2OZLV
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सरकार पर लगाया जवाबदेही और जिम्मेदारी से भागने का आरोप
इस गंभीर संकट के बीच मोदी सरकार और केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्रालय की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। यात्रियों को घंटों तक परेशानी झेलनी पड़ रही है, लेकिन विपक्षी दलों और आम जनता ने सरकार पर जवाबदेही और जिम्मेदारी से भागने का आरोप लगाया है। आलोचकों का कहना है कि इतने बड़े संकट के बावजूद मंत्रालय और नियामक संस्था (DGCA) सक्रिय रूप से मैदान में उतरकर यात्रियों की मदद करने और एयरलाइन को जवाबदेह ठहराने में विफल रहे हैं, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि यात्रियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।
पायलटों की कमी है मुख्य वजह
गौरतलब है कि इंडिगो ने DGCA को बताया है कि यह संकट FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) नियमों के दूसरे चरण को लागू करने में हुई योजनागत चूक के कारण पैदा हुआ है। कंपनी की गलत कैलकुलेशन के चलते पायलटों की उपलब्धता अचानक कम हो गई, जिसके कारण बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने एयरलाइन की तैयारी पर असंतोष जताया है, लेकिन यात्रियों के लिए तत्काल राहत और सुनिश्चित समाधान की मांग अभी भी जारी है।
