AAP से गठबंधन को तैयार कांग्रेस, राहुल गांधी लेंगे अंतिम फैसला
punjabkesari.in Friday, Mar 15, 2019 - 09:17 PM (IST)
नेशनल डेस्कः लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर कांग्रेस के अंदर मची रार अब बाहर आ गी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने खुले तौर पर दिल्ली में कांग्रेस और AAP के गठबंधन की वकालत की है। उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी को हराने के लिए बाकी राज्यों में अगर कांग्रेस गठबंधन कर रही है तो दिल्ली में भी पार्टी को गठबंधन करना चाहिए।
समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन जरूरी
चाको ने आगे कहा कि हमने वर्किंग कमेटी में फैसला लिया था कि बीजेपी को 2019 चुनाव में हराने के लिए जिततने भी समान विचारधारा के लोग हैं, उनसे गठबंधन करेंगे तो पार्टी की नीति गठबंधन करना है अन्य राज्यों में कांग्रेस डीएमके, आरजेडी, एनसीपी के साथ गठबंधन किया है।
पीसी चाको ने शीला की आपत्ति पर दो टूक कहा कि मेरी राय में गठबंधन होना चाहिए। कांग्रेस और AAP मिलकर दिल्ली में सातों सीटों पर बीजेपी को हरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी राहुल गांधी और शीला दीक्षित को कहा है कि वर्किंग कमेटी के फैसले के बाद कांग्रेस की नीति है कि अन्य सभी राज्यों की तरह गठबंधन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल से हमारे मतभेद हैं लेकिन भाजपा को हराने के ले हम लोग एक हो सकते हैं। बीजेपी को संयुक्त रूप से हराने के लिए हम लोग साथ आ सकते हैं और दिल्ली की 7 सीट हम भाजपा को नहीं दे सकते।
कांग्रेस को है वोट बंटने का डर
दिल्ली के प्रभारी चाको ने कहा कि अगर नगर निगम चुनाव में भी बीजेपी वरोधी वोट बंट गया था, अगर तीनों तलों के बीच आपस में लड़ाई होगी तो बीजेपी विरोधी वोट बंट जाएगा और हमें इसे ही रोकना है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी से गठबंधन पर कांग्रेस एक-दो दिन में फैसला लेगी, क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दिल्ली में नहीं हैं और उनके आने के बाद इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
दिल्ली में AAP से गठबंधन पर शीला दीक्षित सहमत नहीं है। उन्होंने इस मुद्दे पर बीते दिनों यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। उनका कहना है कि दिल्ली में कांग्रेस को किसी से गठबंधन की जरूरत नहीं है और राहुल गांधी भी नहीं चाहते हैं कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ किसी तरह का गठजोड़ हो। हालांकि इसके विपरीत AAP संयोजक कई बार खुले मंच पर कांग्रेस से साथ आने की अपील कर चुके हैं, यहां तक कि वह दिल्ली नहीं तो हरियाणा में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की इच्छा जता चुके हैं।