EVM की विश्वसनीयता पर फिर उठे सवाल, कांग्रेस ने चुनाव आयोग के सामने उठाई यह मांग

punjabkesari.in Friday, Apr 21, 2023 - 04:56 PM (IST)

नई दिल्लीः कांग्रेस ने चुनाव आयोग द्वारा कुछ ‘‘त्रुटिपूर्ण'' वीवीपीएटी मशीनों की पहचान किए जाने संबंधी खबरों को ‘‘बहुत गंभीर'' करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि आयोग को सभी को भरोसे में लेते हुए चुनाव प्रक्रिया की ईमानदारी में जनता का विश्वास बहाल करने में मदद करनी चाहिए। विपक्षी दल ने चुनाव आयोग से कई प्रश्न किए और कहा कि उसे वीवीपीएटी के बारे में पूरी पारदर्शिता के साथ जवाब देना चाहिए ताकि चुनाव प्रक्रिया के बारे में भरोसा कायम करने में मदद मिल सके।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने 6.5 लाख वीवीपीएटी की पहचान कथित रूप से ‘‘त्रुटिपूर्ण'' मशीन के तौर पर की है और उन्हें विनिर्माता के पास मरम्मत के लिए भेजा है। उन्होंने कहा कि ये वीवीपीएटी मशीन सबसे ताजा ‘‘एम3'' श्रेणी की हैं जिनका चुनाव आयोग ने पहली बार 2018 में उपयोग किया था और उसके बाद से इनका उपयोग जारी है।

2019 के लोकसभा चुनाव में 17.4 लाख वीवीपीएटी मशीनों की संख्या अधिसूचित की गयी थीं। बहरहाल, वीवीपीएटी मशीनों में त्रुटियों को लेकर मीडिया में आई खबरों का उल्लेख करते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि 3.43 लाख मशीनों की पहचान एहतियाती रखरखाव के लिए की गयी हैं और इनकी सख्या 6.5 लाख नहीं है, जैसा की खबरों में कहा गया।

अधिकारियों ने दावा किया कि त्रुटिपूर्ण वीवीपीएटी किसी भी तरह गलत नतीजे नहीं दे रही है किंतु चुनाव प्रक्रिया के दौरान उनका कामकाज रुक जाता है। खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस इसे ‘‘बहुत गंभीर मुद्दा'' मानती है। उन्होंने कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया की ईमानदारी प्रभावित होती है क्योंकि कथित रूप से जिन मशीनों में त्रुटि मिली है उनकी संख्या 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रयुक्त की गई मशीनों की संख्या की एक तिहाई हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मतदाताओं के 2019 के लोकसभा चुनाव एवं उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में वोट प्रभावित हुए हो सकते हैं। वीवीपीएटी का स्वयं प्रयोग इसलिए शुरू किया गया था ताकि ईवीएम में लोगों का विश्वास बढ़ सके। ईवीएम को लेकर उठ रहे प्रश्नों के वातारण में इतने बड़े पैमाने पर त्रुटि के कारण जनता के विश्वास की बहाली और चुनाव प्रक्रिया में भरोसा कायम करने के लिए पूर्ण पारदर्शिता होनी चाहिए।''

इस बात की ओर ध्यान दिलाते हुए कि ऐसी घटनाओं को इक्का-दुक्का घटना नहीं माना जा सकता, खेड़ा ने कहा कि त्रुटिया इतनी ‘‘गंभीर'' हैं कि चुनाव आयोग के अपनी मानक परिचालन प्रक्रिया का उल्लंघन होने पर इन मशीनो को विनिर्माताओं को लौटा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक दलों को इन मशीनों को लौटाये जाने का कारण विस्तार से नहीं बताया गया है। हमारे जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने बताया कि चुनाव अधिकारियों द्वारा इसे सामान्य गतिविधि की तरह अंजाम दिया जा रहा है। इस मामले की गंभीरता का हमें चुनाव आयोग द्वारा सूचित किये जाने की बजाय मीडिया में आयी खबरों से अंदाजा हुआ। ''

प्रत्येक भारतीय का चुनाव प्रक्रिया पर विश्वास और भरोसा लोकतंत्र का अभिन्न अंग होने की बात की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में न केवल हमारी छवि बल्कि इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यह सरकार की नीतियों को प्रभावित करने के लिए प्रत्येक नागरिक को एक आवाज, एक शक्ति प्रदान करती है। खेड़ा ने कहा कि इस नाजुक समय में वोट की ताकत और भी मूल्यवान हो गयी है तथा इसको लेकर कोई भी संदेह बना नहीं रहना चाहिए।

खेड़ा ने कहा, ‘‘यह उन घटनाओं की श्रृंखला में सबसे ताजा कड़ी है जिसने ईवीएम एवं वीवीपीएटी को लेकर जनता के भरोसे को धीमे धीमे कम किया है। हमें आशा है कि चुनाव आयोग हमारे प्रश्नों का पूरी तरह से और शीघ्रता से उत्तर देगा तथा वीवीपीएटी के ईदगिर्द जो प्रश्न मंडरा रहे हैं उनका सक्रियता से जवाब देकर जनता का विश्वास कायम करेगा।'' उन्होंने आठ प्रश्न पूछते हुए सवाल किया कि चुनाव आयोग ने वीवीपीएटी मशीनों में पायी गई ‘‘त्रुटि'' की क्या ठीक ठीक पहचान कर ली है और वीवीपीएटी मशीनों की मरम्मत और पहचान में विलंब क्यों हुआ?

खेड़ा ने पूछा, ‘‘क्या चुनाव आयोग ने उन सभी मशीनों की पहचान कर ली है जिनमें त्रुटि की जानकारी मिली है अर्थात क्या सभी वीवीपीएटी मशीनों का त्रुटि के लिए परीक्षण हो चुका है? त्रुटियों की पहचान का पता वीवीपीएटी मशीनों की जांच के लिए पहले ही स्तर पर क्यों नहीं लग पाया? '' कांग्रेस नेता ने यह भी पूछा, ‘‘चुनाव आयोग भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कौन से अतिरिक्त सुरक्षा मानकों की योजना बना रहा है जिनका चुनाव पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है। वीवीपीएटी मशीनों के कामकाज को लेकर वर्तमान मुद्दे को दृष्टि में रखते हुए क्या चुनाव आयोग इन मशीनों का आगामी चुनाव में भी उपयोग करेगा?''

 


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Content Writer

Yaspal

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