फ्लोर टेस्ट से पहले कांग्रेस ने जारी किया BJP का एक और ऑडियो क्लिप
punjabkesari.in Saturday, May 19, 2018 - 02:39 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कर्नाटक में सियासी घमासान जारी है। राज्य में फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले कर्नाटक कांग्रेस ने एक और ऑडियो क्लिप जारी किया है। पार्टी का आरोप है कि भाजपा नेता विधायकों की पत्नियों को फोन कर पैसों का लालच देकर खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस ने येदियुरप्पा पर जोड़ तोड़ का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायक वीएस उग्रप्पा ने दावा किया कि भाजपा नेता बीवाई विजेंद्र एक कांग्रेस विधायक की पत्नी को फोन कर निवेदन कर रहे हैं कि उनके पति येदियुरप्पा को वोट दें। इसके बदले में एक मिनिस्ट्री या 15 करोड़ रुपए देने का लालच दिया गया।
जर्नादन रेड्डी ने की मंत्री पद की पेशकश
वहीं इससे पहले भी कांग्रेस ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर भाजपा नेता जर्नादन रेड्डी पर एक विधायक को लालच देकर खरीदने का आरोप लगाया था। ऑडियो क्लिप के अनुसार एक व्यक्ति खुद को जनार्दन बता रहा है और वह कांग्रेस के विधायक बसनगौड़ा डड्डल को उनके समर्थन के बदले मंत्री पद की पेशकश कर रहा है। ऑडियो में कन्नड़ में यह कहते सुना जा सकता है कि बताओ तुम्हे कौन सा पद चाहिए, हम इसे तय कर लेते हैं और फिर तुम मंत्री बन जाओगे। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि तुम बड़े लोगों के साथ बैठोगे। वे अपने वचन के पक्के हैं, जो भी तुमने कमाया है उससे कई गुना ज्यादा कमा पाओगे।
भाजपा ने सभी आरोपों को किया खारिज
बता दें कि जनार्दन रेड्डी, बेल्लारी के रेड्डी ब्रदर्स के नाम से मशहूर तीन भाइयों में से एक हैं। वह अवैध खनन के आरोपों को लेकर लंबे अरसे तक जेल में बंद रहे। उनके दोनों भाई करुणाकर रेड्डी और सोमशेखर रेड्डी इस विधानसभा चुनाव में अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुए हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने सभी आरोंपों को खारिज करते हुए कहा कि यह ऑडियो सीडी कांग्रेस के डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट ने तैयार की है।
येदियुरप्पा को आज साबित करना है बहुमत
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा को शनिवार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन उसके पास पूर्ण बहुमत नहीं है, जबकि कांग्रेस और जेडीएस ने नतीजों के बाद सरकार बनाने के लिए गठबंधन किया है. अब कांग्रेस और जेडीएस अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए जद्दोजहद करते दिख रहे हैं।