राहुल गांधी के राज में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रैली में भीड़ नहीं जुटा पाए तो... क्या यही नया बदलाव है?
punjabkesari.in Tuesday, Apr 22, 2025 - 06:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत जोड़ो यात्रा के बाद से राहुल गांधी लगातार पार्टी में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। अब वो जमीनी स्तर, यानी जिला स्तर पर भी कांग्रेस को मजबूत करने में जुट गए हैं। राहुल गांधी लंबे समय से चाहते हैं कि पार्टी में ऊपर से नहीं, नीचे से बदलाव आए। अब कांग्रेस नेतृत्व की नज़र जिलाध्यक्षों की जिम्मेदारी और कामकाज पर है। इसी के तहत बक्सर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज पांडेय को पद से हटा दिया गया है।
क्यों हटाए गए मनोज पांडेय?
20 अप्रैल को बक्सर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की जनसभा हुई थी। इस रैली में भीड़ कम होने की वजह से मनोज पांडेय पर कार्रवाई की गई। कहा जा रहा है कि उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ सही तालमेल नहीं बिठाया, जिसकी वजह से जनसभा में भीड़ नहीं जुट सकी। इस फैसले से कांग्रेस ने दूसरे जिलाध्यक्षों को सख्त संदेश देने की कोशिश की है कि अगर काम में लापरवाही होगी तो एक्शन लिया जाएगा।
लेकिन सवाल भी उठे हैं...
राजनीतिक विरोधियों ने इस कार्रवाई को लेकर कहा है कि कांग्रेस का जनाधार कमजोर हो रहा है। साथ ही यह भी सवाल उठे कि जब बड़े नेता चुनाव हारते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती, लेकिन जिलाध्यक्ष को तुरंत हटा दिया जाता है। कई लोगों का मानना है कि बक्सर जैसे इलाके में इतनी बड़ी भीड़ जुटा पाना वैसे भी आसान नहीं था, तो पूरा दोष जिलाध्यक्ष पर डालना ठीक नहीं है।
कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की योजना
हाल ही में कांग्रेस की बैठकों में यह बात कही गई थी कि जिलाध्यक्षों और जिला कमेटियों को ज्यादा अधिकार दिए जाएंगे। इसका मकसद यह है कि प्रदेश स्तर पर लंबे समय से जमे नेताओं की पकड़ को थोड़ा कमजोर किया जाए और नए चेहरों को मौका मिले। राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में देखा गया है कि पुराने नेताओं की आपसी खींचतान पार्टी को नुकसान पहुंचा रही है।