आरोपी अनुराग यादव का कबूलनामा- एक रात पहले मेरे पास आ गया था प्रश्न पत्र, फूफा ने करवाई थी सेटिंग

punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2024 - 10:14 AM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में चल रहे नीट पेपर लीक मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस को बयान देते वक्त आरोपी अनुराग यादव ने बताया कि जो प्रश्न पत्र लीक हुआ था, वो सही था और परीक्षा में भी वही आया था।अनुराग  ने कहा कि उसे यह प्रश्न पत्र परीक्षा से एक दिन पहले मिले थे और रातभर उसे हर प्रश्न रटवाया गया था। यह सब जानने के बाद पुलिस ने उसे परीक्षा के बाद गिरफ्तार कर लिया। 4 जून को जब नीट परीक्षा का रिजल्ट आया तो पहली बार 67 ऐसे छात्र टॉपर बने, जिन्हें 720 में से 720 अंक मिले। इसके बाद नीट परीक्षा में धांधली का मुद्दा उठाया गया।

इसके साथ ही अनुराग ने ये भी कहा कि इस सब में उसके  फूफा ने सेटिंग करवाई थी और उसे कोटा से पटना बुलवाया लिया था। इस सब झमेले के बाद 13 जून को एनटीए ने फैसला लिया कि जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे उनकी परीक्षा दोबारा आयोजित कराई जाएगी, लेकिन इस सबके बाद छात्रों का गुस्सा थमा नहीं है। बिहार और गुजरात से सामने आई पेपर लीक की खबरों से एनटीए की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं, जिससे छात्र मामले में CBI जांच की मांग कर रहे हैं। पटना और पंचमहल से कई गिरफ्तारियां हुई हैं, जिनमें 13 लोग पटना से गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें 4 छात्र शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला कि पेपर लीक हुआ था और गिरोह ने बच्चों को पास कराने के लिए लाखों रुपए वसूले थे।

पंचमहल में भी छात्रों से लाखों रुपए वसूले गए और गिरोह ने सही जवाब भरकर ऑसर शीट जमा की।पुलिस की जांच पटना के जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु तक पहुंची। पूछताछ में पता चला कि उसकी भी परीक्षा धांधली में संलिप्तता थी। उसने अपने भतीजे अनुराग यादव के लिए गड़बड़ी में भूमिका निभाई थी। पुलिस ने अनुराग यादव से पूछताछ कर उसके इकबालिया बयान दर्ज किए हैं। अनुराग ने बताया कि परीक्षा के दिन वही पेपर मिला, जो एक दिन पहले ही उसे मुहैया कराया गया था।

अनुराग ने क्या बयान दर्ज करवाए हैं...
''मेरा नाम अनुराग यादव (22 साल) है। मैं परिदा थाना हसनपुर, जिला समस्तीपुर का रहने वाला हूं। मैं अपनी सफाई का बयान बिना भय या दबाव, बिना लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाने में दरोगा तेज नारायण सिंह के समक्ष दे रहा हूं। मैं नीट की परीक्षा की तैयारी कोटा में एलेन कोचिंग सेंटर में रहकर कर रहा था। मेरे फूफा सिंकदर यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। मेरे फूफा द्वारा बताया गया कि 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा है। कोटा से वापस आ जाओ। परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है। मैं कोटा से वापस आ गया और मेरे फूफा ने 4 मई 2024 की रात्रि में अमित आनंद, नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। यहां पर नीट की परीक्षा का प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका दिया गया। रात्रि में पढ़वाया और रटवाया गया। मेरा सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था। मै स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया थाा, वही प्रश्न सही- सही परीक्षा में मिल गया। परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया। मैंने अपना अपराध स्वीकार किया. यही मेरा बयान है।''

सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, जो बिहार के दानापुर नगर परिषद में जेई हैं, ने अपने कन्फेशन नोट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सिंकदर के बयान के मुताबिक, उसने 4 नीट परीक्षार्थियों आयुष राज, शिवनंदन कुमार, अभिषेक कुमार और अनुराग यादव की पटना में रहने में मदद की थी। अनुराग उसका भतीजा था. वो अपनी मां रीना कुमारी के साथ पटना आया था। उसने ये भी बताया कि वह एक रैकेट के संपर्क में था, जिसने ना सिर्फ नीट बल्कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) और संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भी लीक किए थे। पटना के एक गेस्ट हाउस में परीक्षार्थी रुके थे, जहां के बिल भी हासिल किए गए हैं। बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का कहना है कि गेस्ट हाउस में पकड़े गए लोग किसी प्रीतम से जुड़े हुए हैं। यह गेस्ट हाउस पटना चिड़ियाघर और पटना एयरपोर्ट के पास स्थित है। इस मामले की जांच जारी है और पुलिस ने संबंधित आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। नीट परीक्षा में हुए इस बड़े खुलासे से शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है और छात्रों के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।

 


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Content Editor

Mahima

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