कंडोम की भी होती है 'Expiry Date', इस्तेमाल से पहले इन बातों का रखें ध्यान, वरना...
punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 04:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क। अनचाही प्रेग्नेंसी रोकने के लिए कंडोम को सबसे प्रभावी तरीकों में से एक माना जाता है जो लगभग 98 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करता है। हालाँकि बहुत कम लोग इस बात पर ध्यान देते हैं कि कंडोम की भी दवाओं या खाद्य पदार्थों की तरह एक एक्सपायरी डेट होती है। इस महत्वपूर्ण जानकारी को नज़रअंदाज़ करना न केवल इसकी प्रभावशीलता को कम कर सकता है बल्कि अनचाही प्रेग्नेंसी या यौन संचारित संक्रमण (STIs) का जोखिम भी बढ़ा सकता है।
कितने समय में एक्सपायर होते हैं कंडोम?
आमतौर पर कंडोम 3 से 5 साल में एक्सपायर हो जाते हैं। इनकी शेल्फ लाइफ कंडोम बनाने में इस्तेमाल की गई सामग्री और उनमें स्पर्मिसाइड (शुक्राणुनाशक) की मौजूदगी पर निर्भर करती है:
➤ लेटेक्स और पॉलीयूरेथेन कंडोम (बिना स्पर्मिसाइड के): ये कंडोम आमतौर पर 5 साल तक सुरक्षित रहते हैं।
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➤ स्पर्मिसाइड वाले कंडोम: स्पर्मिसाइड की मौजूदगी के कारण इनकी शेल्फ लाइफ थोड़ी कम होती है और ये आमतौर पर 3 साल तक ही चल सकते हैं।
यह जानना बेहद ज़रूरी है कि कंडोम के पैकेट पर उसकी एक्सपायरी डेट साफ तौर पर लिखी होती है। इस्तेमाल करने से पहले हमेशा इस तारीख की जांच कर लेनी चाहिए।
एक्सपायर कंडोम का इस्तेमाल क्यों है खतरनाक?
एक्सपायर हो चुके कंडोम का इस्तेमाल करने से वे अपनी लोच और मजबूती खो देते हैं। लेटेक्स या पॉलीयूरेथेन समय के साथ खराब हो सकते हैं जिससे कंडोम के फटने या टूटने की संभावना काफी बढ़ जाती है। ऐसे में अनचाही प्रेग्नेंसी और यौन संचारित संक्रमणों से बचाव की उनकी क्षमता लगभग खत्म हो जाती है।
इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि कंडोम खरीदने और इस्तेमाल करने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट अवश्य जांच लें। सुरक्षित यौन संबंध के लिए यह एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है।