चीन की इस असफलता को होगा भारत को फायदा !

punjabkesari.in Tuesday, Jul 04, 2017 - 04:47 PM (IST)

बीजिंगः रविवार को असफल रॉकेट लांच से चीन के अन्‍य अंतरिक्ष कार्यक्रम प्रभावित हो सकते हैं। इन महत्‍वपूर्ण कार्यक्रमों में चंद्रमा अभियान भी शामिल है। चीन के रॉकेट टीम का सबसे बड़ा और नया सदस्‍य लॉंग मार्च 5 Y2 या CZ-5 है। इसे दक्षिणी चीन के हैनन प्रांत में वेंचेंग स्‍पेस लांच सेंटर से प्रक्षेपित किया गया था जो शिजियान-18 सैटेलाइट को लेकर जा रहा था, 7 बजकर 23 मिनट पर रॉकेट की उड़ान के दौरान अनियमितता का पता चला।

यह कम्‍युनिकेशन सैटेलाइट अब तक का सबसे भारी चीनी रॉकेट था। एक घंटे बाद चीनी सरकार ने लांच की असफलता के बारे में घोषणा की। चीन के इस नुकसान से प्रतिद्वंद्वी भारत को फायदा हो सकता है और यह स्‍पेस रैंकिंग में एक सीढ़ी ऊपर जा सकता है। जॉनसन फ्रीस कहती हैं, अंतरिक्ष में चीन को लगे झटके से उसका प्रतिद्वंदी भारत फायदा उठा सकता है जो तकनीक के दम पर स्पेस प्रोग्राम में लीडर बनकर उभरा है।

भारत ने एक साथ 104 उपग्रह लांच कर अग्रणी बन गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस असफलता से साबित होता है कि चीन का सफलतम अंतरिक्ष कार्यक्रम को सुरक्षित करने के उपायों की कमी है। यूएस नेवल वॉर कॉलेज से जुड़े चीन के स्पेस प्रोग्राम की विशेषज्ञ जोआन जॉनसन फ्रीज का कहना है कि चीन ने इस तरह की नाकामी को टालने के लिए अपना स्पेस प्रोग्राम बेहद सावधानीपूर्वक चलाया है, लेकिन उसे पता था कि एक न एक दिन ऐसा होना ही है। 


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