चीन ने श्रीलंका की मदद के लिए भारत की तारीफों के बांधे पुल

punjabkesari.in Thursday, Jun 09, 2022 - 03:40 PM (IST)

बीजिंग: चीन ने श्रीलंका की मदद के लिए की जमकर भारत की तारीफ की है। चीन ने बुधवार को  श्रीलंका को सबसे खराब वित्तीय संकट से निपटने में मदद करने के वास्ते भारत के “व्यापक प्रयासों” को सराहा । इसके साथ ही उसने श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की उस टिप्पणी का खंडन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन ने पाकिस्तान सहित दक्षिण एशिया से अपना रणनीतिक ध्यान हटाकर दक्षिण पूर्व एशिया पर केंद्रित कर दिया है। चीन ने कहा कि क्षेत्र अब भी उसकी प्राथमिकता में बना हुआ है।

 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन से एक मीडिया ब्रीफिंग में पूछा गया कि जब द्वीपीय राष्ट्र सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है तो वहां भारी निवेश करने वाला चीन उसकी मदद करने में झिझक रहा है, उन्होंने कहा, “हमने यह भी देखा है कि भारत सरकार ने इस पहलू में बहुत प्रयास किए हैं। हम इसे स्वीकार करते हैं।”उन्होंने कहा, “... हम ऐसी स्थिति से उबरने में श्रीलंका और अन्य देशों की मदद की खातिर भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अन्य सदस्यों के साथ काम करने के इच्छुक हैं।”

 

 भारत ने श्रीलंका की मदद के लिए लाइन क्रेडिट (पूर्व निर्धारित उधारी सीमा) और अन्य तरीकों के रूप में लगभग तीन अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता की है।  चीन ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए लगभग 7.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता की घोषणा की है, लेकिन राष्ट्रपति राजपक्षे के ऋण को स्थगित रखने के अनुरोध और साथ ही कोलंबो के लिए 2.5 अरब डॉलर की ऋण सुविधा पर विचार करने की अपनी पूर्व घोषणा के बारे में चुप्पी साध रखी है।

 

बता दें कि श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से आजादी के बाद से अब तक की सबसे अभूतपूर्व आर्थिक संकट से जूझ रहा है। श्रीलंका के आर्थिक संकट ने राजनीतिक अशांति पैदा कर दी है और प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।श्रीलंका ने वस्तुत: खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है और कुल 51 अरब अमेरिकी डॉलर के सभी विदेशी ऋणों का भुगतान करने में अक्षम रहा है। 


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Content Writer

Tanuja

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